hajipur news. वंदे मातरम् राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाला गीत : प्राचार्य

शहर के जमुनी लाल महाविद्यालय में सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन

By GOPAL KUMAR ROY | November 7, 2025 7:03 PM

हाजीपुर. शहर के जमुनी लाल महाविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एनसीसी के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ छोटेलाल गुप्ता ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह गीत बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित उनके उपन्यास आनंदमठ से उद्धृत किया गया है. यह गीत पहली बार 1896 में कोलकाता में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में गाया गया था. इसको उस समय रविंद्र नाथ टैगोर ने स्वरबद्ध किया था. इस गीत ने लाखों लोगों को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित किया और अपनी मातृ भूमि के लिए मर मिटने का भाव जगाया. इसके बाद महाविद्यालय के प्राचार्य के साथ सभी शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र -छात्राओं ने सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का गायन प्रस्तुत किया. गायन के बाद वंदे मातरम और भारत माता की जय के स्लोगन से पूरा आकाश गूंज उठा. अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वीरेंद्र कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुआ कहा कि वंदे मातरम् मातृभूमि के प्रति समर्पण, त्याग और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाला गीत है, जो युगों युगों तक हम सभी को देश हित के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता रहेगा. वंदे मातरम् केवल एक गीत ही नहीं बल्कि भारत की आत्मा है. इस शुभ अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक प्रोफेसर डॉ प्रीति कुमारी, डॉ स्मृति सौरभ, डॉ रजनीश कुमार, डॉ दीपशिखा चौधरी, डॉ वंदना सिंह, डॉ विभा कुमारी, डॉ कंचन कुमारी, डॉ अनामिका, डॉ निधि रस्तोगी, डॉ मंजीता सहाय, डॉ सुनील, डॉ अभिषेक कुमार, मोनू कुमार आदि एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में शंभू कुमार, राजीव कुमार, शहजाद अहमद आदि के साथ-साथ एनएसएस और एनसीसी के बच्चों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया.

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