hajipur news. राजमिस्त्री की मौत से गुस्साये लोगों ने किया हंगामा, जाम की सड़क

19 मई को हादसे का शिकार हुआ था युवक, खजवत्ता गांव निवासी सुरेंद्र भगत के 35 वर्षीय पुत्र अजय भगत के रूप में हुई पहचान

By Shashi Kant Kumar | May 28, 2025 10:13 PM

बिदुपुर. बीते 19 मई को मजदूरी करने जाने के दौरान चकसिकंदर आरओबी के समीप अज्ञात वाहन की ठोकर से गंभीर रूप से जख्मी राजमिस्त्री की इलाज के दौरान मंगलवार की देर रात मौत हो गयी. मृतक की पहचान खजवत्ता गांव निवासी सुरेंद्र भगत का 35 वर्षीय पुत्र अजय भगत के रूप में हुई. बुधवार की सुबह शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये और शव को चकसिकंदर बाजार के समीप एनएच 322 पर रखकर सड़क जाम कर दिया. इससे आवागमन बाधित हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जाम खाली कराकर आवागमन शुरू कराया गया. अजय राजमिस्त्री का काम कर परिवार का भरण पोषण करता था. बीते 19 मई को मजदूरी करने के लिए घर से पानापुर कुशियारी गांव के लिए निकला था. उसी दौरान हाजीपुर-जंदाहा मुख्य मार्ग के चकसिकंदर आरओबी के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से गंभीर रूप से जख्मी हो गया. सूचना पर पहुंची डायल 112 की पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से पीएचसी भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. स्थिति नाजुक होते देख परिजनों ने पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गयी. शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं लोग आक्रोशित होकर हाजीपुर-जंदाहा मुख्य मार्ग के चकसिकंदर बाजार के समीप एनएच 322 पर शव रखकर जाम कर घटनास्थल पर वरीय पदाधिकारियों को बुलाने और मुआवजे की मांग करने लगे. करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगा रहा. इस दौरान सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस, बीडीओ मनीष भारद्वाज ने आक्रोशित लोगों को समझाकर जाम खाली कराया. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया. थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गयी है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. एफआईआर की प्रक्रिया की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक की पत्नी तीन महीने पूर्व हीं बच्चे को जन्म दी है. छोटे बच्चे के सर से पिता का साया उठ जाने से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. उसके आंसू नहीं थम रहे है. सगे संबंधी व ग्रामीण परिजनों को संभालने में लगे है. बीडीओ ने परिजनों को सांत्वना देते हुए जांच पड़ताल कर सड़क हादसे में मिलने वाली राशि दिलाने का आश्वासन दिया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है