hajipur news. पेंशन बढ़ने से जेपी सेनानियों में हर्ष का माहौल
बिहार सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जेपी आंदोलन के सेनानियों की पेंशन दोगुनी कर दी है
हाजीपुर. बिहार सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जेपी आंदोलन के सेनानियों की पेंशन दोगुनी कर दी है. यह निर्णय उन सभी सेनानियों के त्याग और बलिदान को सम्मान देने का प्रतीक है, जिन्होंने देश में लोकतंत्र की बहाली के लिए अत्याचारों का सामना किया, लाठी और गोली खाई, आंसू गैस झेली और वर्षों जेल में बिताए थे. जिले के वरिष्ठ जेपी सेनानी रघुपति सिंह ने इस फैसले का स्वागत करते हुए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह केवल पेंशन की बढ़ोतरी नहीं, बल्कि हमारे संघर्ष और बलिदान का सम्मान है. जेपी सेनानी उस समय लड़े जब तानाशाही हावी हो गयी थी. लोकतंत्र को वापस लाने के लिए जेपी सेनानी सब कुछ दांव पर लगा दिया था. उन्होंने सरकार से जेपी सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने की मांग की, ताकि उनके ऐतिहासिक योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल सके.
आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ी है जेपी सेनानी
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए जेपी सेनानी आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ी है. उन्हें भी वह सम्मान मिलना चाहिए जो स्वतंत्रता सेनानियों को मिला है. इसके अलावा जेपी सेनानियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ देने की मांग भी सरकार से की है. इसके साथ ही पूर्व विधायक और सरकारी कर्मचारियों के जीवनसाथी को मिलने वाली सुविधाएं जेपी सेनानी के जीवनसाथी को देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जेपी सेनानी आज वयोवृद्ध हो चुके हैं. उन्हें स्वास्थ्य की जरूरतें अब बढ़ चुकी हैं. अगर सरकार चिकित्सीय सुरक्षा और सुविधा प्रदान करे, तो यह एक सच्चे सम्मान का प्रतीक होगा.युवाओं से राजनीति में आने की अपील
उन्होंने युवा पीढ़ी से भी आह्वान किया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने के लिए राजनीत में आएं. विरासत को संभालें और सजग रहें, क्योंकि लोकतंत्र की रक्षा केवल अतीत की नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य की भी जिम्मेदारी है. युवाओं पर ही देश की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि बढ़ाई गयी पेंशन राशि से हजारों जेपी सेनानियों और उनके परिवारों में हर्ष का माहौल है. यह कदम आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए आगे बढ़ें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
