Flood News: तेजस्वी के विधानसभा में बाढ़ का कहर, फिर निचले इलाके में घुसा पानी, नाव की भी व्यवस्था नहीं
Flood News: राघोपुर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर कर तेजी से ऊंचे जगह पर धीरे-धीरे फैल रहा है. सड़क पर बाढ़ का पानी भरने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है. कच्ची दरगाह बिदुपुर सिक्स लाइन पुल के कई पाया के पास बाढ़ का पानी फैल चुका है. रुस्तमपुर लोहा पुल के निकट से सिक्स लाइन जाने वाली रास्ते में कई जगह पर बाढ़ का पानी भर गया.
Flood News: बिहार में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र के लोग बाढ़ से परेशान हैं. तेजस्वी अपने क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने सरकार से मदद की मांग की थी. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से राघोपुर प्रखंड में फिर एक बार बाढ़ का पानी निचले इलाके में फैलने लगा है. लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.
पिछले डेढ़ महीने राघोपुर प्रखंड क्षेत्र में कई बार बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. हालांकि स्थानीय प्रशासन के स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के लिए नाव और अन्य सारी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिसके कारण लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने जाने में परेशानी हो रही है.
कमर भर पानी में आना जाना पड़ रहा है
प्रखंड के कमल सिंह संभल सिंह विद्यालय राघोपुर, वीरपुर, चक सिंगार, जुड़ावनपुर, जफराबाद जहांगीरपुर सहित अन्य गांवों में बाढ़ के पानी निचले इलाके में तेजी से फैल रहा है. प्रखंड के लगभग छोटे छोटे ढाब में पानी भर कर तेजी से खेतों में फैल रहा है. वही शिवनगर मार्केट के निकट से लंका टोला जाने वाली रोड पर बाढ़ का पानी हो जाने के कारण लोगों को आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों को एक गांव से दूसरे गांव तक जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है. दूसरी ओर पानी में डूबने से पशु चारे के नष्ट हो जाने पर यहां पशुपालकों की परेशानी बढ़ने लगी है. लोगों को अपने दैनिक उपयोग की सामग्री एवं पशु चारे के लिए किस स्थान से दूसरे स्थान पर कमर भर पानी में आना जाना पड़ रहा है. प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी भर चुका है.
जान जोखिम में डालकर सड़क कर रहे पार
प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी भरने के कारण खासकर पशु पालकों को काफी परेशानी हो रही है. बाढ़ के पानी में जान जोखिम में डालकर किसान सूखा चारा लाने जाते हैं. निचले इलाके में बाढ़ का पानी आने से लोग चिंतित एवं भयभीत हैं. जान जोखिम में डालकर स्थानीय लोग सड़क एवं ढाब पार कर रहे हैं. पशुपालक पशु चारा के लिए जान जोखिम में डालकर आते जाते हैं. वही लोग छोटे-छोटे ढाब ट्यूब एवं केला के थम का नाव बनाकर पार कर रहे हैं.
सूखा राशन का नहीं किया गया वितरण
राघोपुर में डेढ़ महीने में चौथी बार बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. पूर्व में कुछ जगहों पर नाव की व्यवस्था की गई थी. सामुदायिक किचन भी चलाया गया. लेकिन बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थानीय प्रशासन के स्तर पर सूखा राशन का वितरण नहीं किया गया. जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए चावल दाल चीनी अन्य खाद्य सामान, सूखा राशन वितरण किया जाए. लेकिन अभी तक सूखा राशन वितरण नहीं किया गया.
खाते में भेजे गये सात सात हजार रुपये
राघोपुर प्रखंड के विभिन्न गांव के लोगों की जीआर सूची बनाकर सरकार के स्तर पर सात सात हजार रुपए खाते में भेजी गई है. हालांकि बहुत सारे ऐसे लोग अब भी वंचित हैं, जिन्हें सरकारी राशि की अविलंब जरूरत है. लोग अंचल कार्यालय एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि के दरवाजे का चक्कर अपने दस्तावेज लेकर दौड़ रहे हैं. लोगों की गुहार कोई सुनने वाला नहीं है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अंचल के अधिकारी कर्मचारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि की मिली भगत से सूची बनाने में धांधली की गई. एक परिवार में कई लोगों को राशि दी गई. जबकि वैसे लाभुक जिन्हें राशि की सख्त जरूरत थी, उन्हें नहीं दी गई.
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रुस्तमपुर घाट पर ओवरलोड नाव का परिचालन
राघोपुर प्रखंड में गंगा नदी का पानी प्रवेश करने के कारण लोगों का एक मात्र सहारा नाव बचा हुआ है. रुस्तमपुर घाट से पटना एवं अन्य जगहों के लिए ओवरलोड नाव का परिचालन किया जा रहा है. मवेशी की तरह नाव पर लोगों को बिठाकर नदी पार कराया जा रहा है.
रुस्तमपुर घाट पर पुलिस प्रशासन की तैनाती नहीं किए जाने के कारण नाविकों की मनमानी चरम पर है. राघोपुर प्रखंड के विभिन्न गांव के लोग रुस्तमपुर घाट से पटना के लिए नाव से नदी पार करते हैं. आए दिन हजारों लोग नाव से नदी पार कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि सिक्स लेन पुल जाने वाली रोड पर बाढ़ का पानी भरने के कारण आवागमन बंद हो गया है. जिसके कारण मजबूरी में रुस्तमपुर घाट से नाव पर सवार होकर पटना की तरफ जाना पड़ रहा है. नाविक के द्वारा ओवरलोड नाव का परिचालन किया जा रहा है. कुछ बोलने पर नाविक विवाद करने लगता है. स्थानीय एवं जिला प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.
नाव की व्यवस्था नहीं होने से लोग नाराज
राघोपुर प्रखंड के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी पिछले कई दिनों से फैला हुआ है, लोग जान जोखिम में डालकर एक जगह से दूसरे जगह पर जाते हैं, लेकिन अंचल के स्तर से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिसके कारण लोग जुगाड़ की नाव बनाकर पशु चारा एवं अपने दैनिक उपयोग का सामन लाते हैं. लोगों का आरोप है कि अंचल के द्वारा नाव उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिसके कारण जान जोखिम में डालकर आते जाते हैं. कभी भी कोई घटना घट सकती है.
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