Hajipur News : साइबर थाने में रिटायर्ड हवलदार ने ठगी का आवेदन दिया, दो महीने बाद काजीपुर थाने में आवेदन ट्रांसफर किया, केस दर्ज
हाजीपुर साइबर थाने की पुलिस की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. साइबर थाने की पुलिस ने ठगी के आवेदन को दो महीने तक अपने पास रखा, लेकिन केस दर्ज नहीं किया. बाद में आवेदन को काजीपुर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया, जिसके बाद केस दर्ज किया गया.
हाजीपुर. हाजीपुर साइबर थाने की पुलिस की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. साइबर थाने की पुलिस ने ठगी के आवेदन को दो महीने तक अपने पास रखा, लेकिन केस दर्ज नहीं किया. बाद में आवेदन को काजीपुर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया, जिसके बाद केस दर्ज किया गया. इस बात का जिक्र रिटायर्ड हवलदार जगदीश राम ने अपने आवेदन में किया है. उनसे साइबर शातिरों ने 83283 रुपये की ठगी की थी.
क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़ाने के नाम पर हुई थी ठगी
जगदीश राम ने बताया कि उसे अनजान नंबर से कॉल आया. उसने कहा कि वे क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से बोल रहा है. उसने झांसा दिया कि उसके कार्ड का लिमिट बढ़ जायेगा. हवलदार शातिर के झांसे में आ गये. इसी का फायदा उठा उसने हवलदार के मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा, जिसे हवलदार ने बता दिया. ओटीपी बताते ही हवलदार के खाते से रुपये की निकासी हो गयी. मैसेज आते ही जगदीश राम के होश उड़ गये. उन्होंने तुरंत कार्ड ब्लॉक करवाया और साइबर थाने में 27 दिसंबर, 2024 को आवेदन दिया था. वहां दो महीने तक आवेदन रखा गया और फिर काजीपुर थाना ट्रांसफर किया गया. बीते 12 अप्रैल को यह मामला कजीपुर थाने में दर्ज किया गया.
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