hajipur news. देश की रक्षा के लिए श्रीनगर में तैनात हैं नगवां के दो भाई

वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर प्रखंड के नगवां गांव निवासी पूर्व सरपंच सतीश कुमार उर्फ लखिंद्र पटेल व वर्तमान सरपंच प्रमिला देवी के दो पुत्र विकास कुमार और सुनील कुमार सीआरपीएफ में शामिल हो कर रहे देश सेवा

By Shashi Kant Kumar | May 14, 2025 6:31 PM

लालगंज. भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद भी दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है. भारतीय सैनिक दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं. इसमें वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर प्रखंड के नगवां गांव निवासी पूर्व सरपंच सतीश कुमार उर्फ लखिंद्र पटेल व वर्तमान सरपंच प्रमिला देवी के दो पुत्र सीआरपीएफ जवान विकास कुमार और सुनील कुमार भी शामिल हैं.

विकास कुमार जो, सीआरपीएफ की 18वीं बटालियन में सहायक निरीक्षक के पद पर हैं, की कंपनी कुलगाम, श्रीनगर में ड्यूटी ड्यूटी पर है. कुलगाम, पहलगाम के नजदीक है. विकास के बारे में उनके छोटे भाई क्रांति पटेल बताते हैं कि उनके भाई को जम्मू-कश्मीर के दुर्गम व ऊंची बर्फीले स्थानों में रहने का पुराना अनुभव है. घर आने पर घाटियों में बिताये अपने अनुभवों को हम से साझा किया करते हैं.

उन्होंने बताया कि बड़े भाई विकास से प्रेरणा लेकर वे और उनके छोटे भाई दोनों देश प्रेम की भावनाओं से लबरेज होकर सेना में भर्ती की तैयारी में जुटे रहे, मैं तो सेना में जगह नहीं बना पाया, लेकिन छोटा भाई सुनील कुमार सफल हो गया. सीआरपीएफ की 21वीं बटालियन का हिस्सा बनकर वह भी आज श्रीनगर में तैनात है और मां भारती की सेवा में अपना योगदान दे रहा है, जो मेरे लिए और मेरे पूरे परिवार के लिए गौरव की बात है.

पिता चाहते थे बेटों में हो देशभक्ति की भावना का संचार

विकास व सुनील की मां कहती हैं कि उनके पति पूर्व सरपंच स्व सतीश कुमार उर्फ लखेंद्र पटेल का सपना था कि उनके तीनों पुत्र सैनिक के रूप में भारत माता की सेवा करें. वे चाहते थे कि उनके पुत्रों में देश प्रेम की भावनाओं का संचार हो. उनके सपनों को बड़े पुत्र विकास कुमार ने साकार किया. सीआरपीएफ में सिपाही के तौर पर जब वह चुना गया, तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया. उसके बाद अपने बड़े भाई का अनुसरण करते हुए दोनों पुत्र क्रांति कुमार एवं सुनील कुमार भी सेना में भर्ती के लिए प्रयास करने लगे, जिसमें छोटे पुत्र को सफलता मिली. वह 30 अगस्त 2020 से श्रीनगर में तैनात रहकर मां भारती की रक्षा कर रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थित है, ऐसे में अपने पुत्रों की चिंता लगी रहती है. जब भी फोन पर बात होती है तो कहता है कि देश की सेवा में लगा हूं, तुम अपना ख्याल रखना. विकास की पत्नी विनीता कुमारी एवं सुनील की पत्नी पूर्णिमा कुमारी ने अपने अपने पतियों के श्रीनगर में तैनाती व उनकी दिलेरी पर गर्व होने की बात कही. दोनों के बच्चों ने भी पिता के राष्ट्र प्रेम की भावना व देश के दुश्मनों से लोहा लेने के संकल्प पर गौरवान्वित होने की बात कही.

पंचायतवासियों को भी है दोनों पर गर्व

सामाजिक कार्यकर्ता विपिन बिहारी पटेल, नगवां पंचायत की मुखिया मंजू देवी, बिंदा सिंह, पूर्व मुखिया रामाश्रय सिंह, पूर्व मुखिया राजकुमार सिंह, पूर्व सरपंच मो मुर्शिद, मो कलीम, मदन सिंह, न्यायमित्र डॉ विपीन चंद्रा आदि ने बताया कि विकास एवं सुनील दोनों भाई देश सेवा की भावनाओं से लबरेज हैं. वे बचपन से ही सेना की नौकरी करने व देश की सेवा करने की बात किया करते थे. अब जब दोनों सीआरपीएफ के जवान है, और श्रीनगर में मां भारती की सेवा व रक्षा में तैनात हैं. हम लोगों का गर्व से सीना चौरा हो जाता है. हम उनके बहादुरी, दिलेरी व राष्ट्र प्रेम के जज्बे को सलाम करते हैं.

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