गोपालगंज. जिले में माॅनसून का असर अब कमजोर पड़ता दिख रहा है. जून महीने में सामान्य से 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है. शनिवार को आसमान में दिनभर काले बादल मंडराते रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई. इसके चलते उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया. जुलाई की शुरुआत में ही अगस्त जैसी गर्मी महसूस की जा रही है. सुबह पांच बजे से दोपहर 11 बजे तक बिजली की कटौती रही. उसके बाद भी बार-बार ट्रिपिंग से गर्मी ने मानसिक तनाव बढ़ा दिया. पंखा और कूलर भी गर्म हवा फेंकते नजर आये. उधर, जिले में पिछले पांच दिनों से बारिश लगभग नहीं हुई है. माॅनसून की बेरुखी से किसानों की चिंता बढ़ गयी है. जिन किसानों के पास संसाधन हैं वे पंपसेट से खेतों में रोपनी कर रहे हैं, लेकिन अधिकतर किसान झमाझम बारिश के इंतजार में हैं. पिछले रविवार को कुचायकोट में अच्छी बारिश हुई थी, वैसी ही बारिश की आवश्यकता जिले के अन्य हिस्सों में भी थी. बूंदाबांदी के कारण धान की रोपनी बुरी तरह प्रभावित हो रही है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा 29.7 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. पुरवा हवा 13.3 किमी प्रति घंटे की गति से चली. इसके बाद भी आर्द्रता 71% रहा, जिससे लोगों को 43 डिग्री जैसा गर्मी का एहसास हुआ, जबकि एक्यूआइ 56 पर रहा. मौसम विज्ञानी के अनुसार जिले में अगले 5-7 दिनों तक बारिश होने की काफी कम उम्मीद है. पुरवा हवा बंगाल की खाड़ी को झकझोर रहा. माॅनसून की द्रोणी उत्तर बिहार से थोड़ी दूर है, ऐसे में बारिश में कमी आयी है, हालांकि माॅनसून कहीं दूर नहीं गया है. गुरुवार से कहीं-कहीं हल्की से लेकर मध्यम बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है. अभी बादलों की आवाजाही बनी रहेगी. कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है.
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