छात्रों ने लिया संकल्प, बालिग होने पर ही करेंगे शादी
बरौली. बाल विवाह अपराध है, लड़का हो या लड़की, दोनों के लिए श्राप है, सहित बाल विवाह के खिलाफ कई नारे प्रखंड के डीपी हाइस्कूल में गूंज रहे थे और वहां उपस्थित छात्र-छात्राएं बाल विवाह के खिलाफ नारे लगाते हुए बालिग होने पर ही शादी करने का संकल्प ले रहे थे.
बरौली. बाल विवाह अपराध है, लड़का हो या लड़की, दोनों के लिए श्राप है, सहित बाल विवाह के खिलाफ कई नारे प्रखंड के डीपी हाइस्कूल में गूंज रहे थे और वहां उपस्थित छात्र-छात्राएं बाल विवाह के खिलाफ नारे लगाते हुए बालिग होने पर ही शादी करने का संकल्प ले रहे थे. इतना ही नहीं, वे अन्य लोगों को भी बाल विवाह के खिलाफ जागरूक करने का भी संकल्प ले रहे थे. यह कार्यक्रम बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध चलाये जा रहे 16 दिवसीय एवं 100 दिवसीय कार्यक्रम था, जिसमें संस्थान के लोग डीपी हाइस्कूल माधोपुर में पहुंचे थे. कार्यक्रम में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को बाल विवाह के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी गयी. साथ ही, बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं एवं बच्चियों से संबंधित बाल विवाह मुक्त भारत, लैंगिक हिंसा सुरक्षा, अधिकार एवं संरक्षण से जुड़े विभिन्न कानूनों, योजनाओं एवं हेल्पलाइन सेवाओं के बारे में जागरूकता प्रदान करना था. मौके पर महिला एवं बाल विकास निगम की जिला परियोजना प्रबंधक कुणाल कुमार सिंह, जिला मिशन समन्वयक सुबोधकांत सिंह, जेंडर विशेषज्ञ मुन्ना कुमार शर्मा, वित्तीय साक्षरता में विशेषज्ञ ओम प्रकाश ठाकुर और एमटीएस अतुल कुमार मौजूद रहे. इसके अलावा स्कूल के शिक्षक तथा लगभग 190 छात्र-छात्राएं शामिल रहे.
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