gopalganj news : कोर्ट में लंबित है जमीन का मामला, तो संबंधित दस्तावेजों में नहीं होगा सुधार
gopalganj news : राजस्व महाभियान : प्रपत्र भरने के दौरान रैयतों के सामने आ रहीं कई समस्याएं, शिविर में दी जा रही जानकारीफैसला आने के बाद ही अग्रेतर कार्यवाही पर विचार करेगा विभाग
पंचदेवरी. जमाबंदी की प्रति वितरित करने के बाद अब संबंधित सुधार को लेकर जिले के सभी प्रखंडों की विभिन्न पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
रैयत जमाबंदी की प्रति व सुधार के लिए आवश्यक दस्तावेज लेकर शिविर में पहुंच रहे हैं. इस दौरान रैयतों के सामने कई तरह की समस्याएं आ रही हैं. विवादित जमीनों को लेकर रैयत असमंजस में हैं. जिस जमीन का मामला कोर्ट में लंबित है, उसका ब्योरा कैसे दिया जायेगा. कई रैयतों द्वारा इस तरह के सवाल खड़े किये गये हैं. पंचदेवरी के सीओ तरुण कुमार रंजन ने बताया कि यदि जमीन विवादित है और मामला कोर्ट में लंबित है, तो उस पर कोई विचार नहीं किया जायेगा. लेकिन, इसके लिए संबंधित रैयत को साक्ष्य उपलब्ध कराना होगा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है. उन्होंने इस समस्या को स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि दो लोगों के बीच किसी जमीन को लेकर विवाद है और मामला कोर्ट में चल रहा है, तो ऐसा भी हो सकता है कि उनमें कोई एक रैयत इस बात का जिक्र नहीं करते हुए प्रपत्र व संबंधित दस्तावेज सुधार के लिए शिविर में जमा कर दें. इस मामले में अग्रेतर कार्यवाही तभी रोकी जा सकती है, जब विपक्षी रैयत द्वारा इसका साक्ष्य उपलब्ध कराते हुए इसकी जानकारी दी जाये कि जमीन विवादित है और मामला कोर्ट में लंबित है. इसकी जानकारी नहीं होने पर एक पक्ष द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर यदि सुधार की प्रक्रिया पूरी कर दी गयी, तो फिर आगे समस्या उत्पन्न होगी. जानकारी के अभाव में इस तरह की कई समस्याओं का सामना रैयतों को करना पड़ रहा है. किसी की जमीन की जमाबंदी ही दूसरे के नाम से है, तो किसी को अपनी ही जमीन की जमाबंदी प्रति नहीं मिली है. रैयतों का कहना है कि विभाग द्वारा पूर्व से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गयी है, इसलिए इतनी समस्या उत्पन्न हो रही है. यदि यह स्पष्ट कर दिया गया होता कि किस समस्या का समाधान क्या है, तो प्रपत्र भरने में परेशानी नहीं होती.सीओ ने कहा, रैयतों की सहायता के लिए गठित की गयी है टीम
पंचदेवरी के सीओ तरुण कुमार रंजन ने बताया कि प्रत्येक शिविर में रैयतों की मदद के लिए अलग काउंटर बनाये जा रहे हैं. इसके लिए राजस्वकर्मियों की एक अलग टीम गठित की गयी है. इस टीम के सदस्य प्रपत्र भरने में रैयतों की मदद कर रहे हैं. एक-एक बिंदु की जानकारी दे रहे हैं कि कहां-कहां क्या भरना है. प्रपत्र को पूर्ण रूप से भर दिये जाने के बाद ही दूसरे काउंटर पर संबंधित कर्मी इसे जमा कर रहे हैं. इसके बाद भी यदि किसी रैयत को कोई समस्या है, तो उसका भी समाधान किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
