Gopalganj News : देश हिंदू राष्ट्र बनेगा, तो बिहार पहला हिंदू राज्य होगा : पं धीरेंद्र शास्त्री
Gopalganj News : भारत को केवल ''''सेक्युलर'''' कहा गया है, लेकिन वास्तव में यहां सेक्युलरिज्म कभी था ही नहीं. जब 1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन हो चुका है, तो जहां 80 प्रतिशत हिंदू रहते हैं, वह देश हिंदू राष्ट्र ही होगा.
भोरे. भारत को केवल ”सेक्युलर कहा गया है, लेकिन वास्तव में यहां सेक्युलरिज्म कभी था ही नहीं. जब 1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन हो चुका है, तो जहां 80 प्रतिशत हिंदू रहते हैं, वह देश हिंदू राष्ट्र ही होगा. बिहार पहला हिंदू राज्य होगा. पटना के नौबतपुर के बाद गोपालगंज की भीड़ ने बिहार में इतिहास रच दिया. कथा के चौथे दिन कथा को शुरू करने से पहले बागेश्वर धाम से आये आचार्य पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पत्रकारों से कहीं. उन्होंने कहा कि हमने कई देशों, जैसे दुबई में दरबार लगाया है. यदि पाकिस्तान बुलायेगा, तो वहां भी कथा सुनाने जायेंगे और उनकी भी घर वापसी करायेंगे. वर्तमान में, दुनिया में मुसलमानों के लिए 65 देश, ईसाइयों के लिए 95 देश, बौद्धों के लिए एक देश और यहूदियों के लिए इजरायल है. तो फिर 150 करोड़ हिंदुओं के लिए भी एक निश्चित देश होना चाहिए. हम 150 करोड़ हिंदुओं के लिए लड़ रहे हैं और पूरे देश में हिंदुत्व के प्रचार-प्रसार के लिए घूम रहे हैं. धर्म और राजनीति अलग-अलग हैं, और हम सनातन धर्म के प्रचार के लिए आये हैं. पूरे विश्व में हिंदुत्व के प्रचार के लिए कार्यरत हैं. हिंदुओं की संख्या घट रही है, इसलिए हमने उनकी लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है.
हम हमेशा माहौल राम के लिए ही बनाते ह
ैंजब हमसे पूछा गया कि चुनाव के समय ही हम बिहार क्यों आते हैं, तो हमने स्पष्ट किया कि 2023 में भी हम बिहार आये थे, और उसके अलावा दो बार और आए, जब कोई चुनाव नहीं था. चुनाव एक सतत प्रक्रिया है, जो कहीं न कहीं हमेशा चलती रहती है. लेकिन जब भी हम बिहार आये, हमने कभी किसी राजनीतिक दल का प्रचार नहीं किया. रही बात राम की चर्चा की, तो इसे कोई रोक नहीं सकता. हम हमेशा माहौल राम के लिए ही बनाते हैं. जहां तक बयानबाजी का सवाल है, तो जो जिस भाषा में समझेगा, उसे उसी भाषा में समझाया जाएगा.
हमारा मंच सभी के लिए खुला
जब हमसे पूछा गया कि हमारे मंच पर अधिकतर बीजेपी के नेता ही क्यों होते हैं, तो हमने कहा कि हमारा मंच सभी के लिए खुला है. जो हिंदुत्व की बात करेगा, उसका खुले दिल से स्वागत है. यदि कोई हमारी रामकथा को धार्मिक उन्माद कहता है, तो उसे अपने कान बंद कर लेने चाहिए. संविधान हमें राम का नाम लेने का अधिकार देता है, और हम कोई उन्माद नहीं फैला रहे हैं. हम विवाद नहीं खड़ा कर रहे, बल्कि देश को जोड़ने की बात कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
