Gopalganj News : महानवमी पर मां सिंहासनी के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, महानिशा पूजा के बाद उमड़ी भक्तों की भीड़ देर रात तक जारी रही
Gopalganj News : बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक थावे में चल रहे चैत्र नवरात्र की महानवमी को माता सिंहासनी के श्रीचरणों में बड़े ही श्रद्धाभाव से शीश झुकाकर मंगलकामना की.
थावे. बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक थावे में चल रहे चैत्र नवरात्र की महानवमी को माता सिंहासनी के श्रीचरणों में बड़े ही श्रद्धाभाव से शीश झुकाकर मंगलकामना की. सुबह में मंगला आरती के बाद देवीधाम में पहुंचे भक्तों ने विधिवत दर्शन-पूजन किये.
मां का भव्य रूप देखकर निहाल हुए श्रद्धालु
तरह-तरह के फूलों व स्वर्ण आभूषणों से माता का किया गया भव्य शृंगार के दर्शन पाकर श्रद्धालु भावविह्वल हो उठे. घंटा-घड़ियाल, शंख, नगाड़ा व माता के जयकारे से पूरा थावे धाम परिसर गुंजायमान हो रहा था. महानवमी के मौके पर लाखों भक्तों की भीड़ मां सिंहासनी के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी. मां के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए भक्तों की देर रात तक कतार लगी रही. शनिवार की आधी रात महानिशा पूजा के साथ मंदिर के परिसर में श्रद्धालुओं द्वारा हवन किया गया. ज्यों- ज्यों सुबह हो रही थी, भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी.
भीड़ को नियंत्रित करने में परेशान रही पुलिस
सभी निकास और प्रवेश द्वार पर तैनात पुलिस भीड़ के आगे परेशान नजर आ रहे थे. नेपाल, यूपी, बिहार के विभिन्न जिलों से आये श्रद्धालुओं के भीड़ को कंट्रोल करने में प्रशासन के अधिकारियों के पसीना छूटने लगे. पूरा परिसर मां के जयकारे से गूंज उठा था. दहकते सूर्यदेव भी भक्तों के कदम को रोक नहीं पा रहे थे. मां के दर्शन करने के लिए महिला और पुरुष की लंबी कतार लगी हुई थी. सभी लोग अपने अपने बारी का इंतजार कर रहे थे.
दिन चढ़ने के साथ बढ़ती जा रही थी भीड़
जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, मंदिर क्षेत्र के आसपास की स्थानीय दुकानों और खाने-पीने की दुकानों में भी लोगों की भीड़ बढ़ती गयी. नवमी, देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित दिन, भक्तों के लिए शक्ति, समृद्धि और बाधाओं को दूर करने के लिए प्रार्थना करने का एक महत्वपूर्ण और शुभ समय माना जाता है. नवरात्र के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा हुई.
महानिशा पूजा के साथ शुरू हो गया हवन
नवरात्र में महानिशा पूजा होने के साथ ही हवन कुंड में आहुतियां डालने के लिए लोग आतुर दिखे. मंदिर परिसर में जगह-जगह आसन पर बैठकर साधक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच साधना करने में तल्लीन दिखाई दिये. हजारों भक्तों के बीच हवन की शुरुआत की गयी, जो देर शाम तक चलता रहा. वहीं घरों में लोगों ने पारंपरिक आरती की और मंत्रों का जाप किया. अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और दिव्य महत्व के लिए जाने जाने वाले मंदिर में भारी भीड़ देखी गयी, देश के विभिन्न हिस्सों से लोग इस अवसर को मनाने के लिए थावे आये.मंदिर से लेकर घरों तक किया गया कन्यापूजन
भगवान राम के जन्म का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है. अपनी आध्यात्मिक प्रमुखता के लिए प्रसिद्ध मंदिर में रविवार की सुबह सभी क्षेत्रों से आए लोगों ने मंत्रोच्चार और आरती की. इस दाैरान विशेष पूजा की गयी, इसमें भक्तों ने दीये जलाये, अनुष्ठान किया और भगवान राम के प्रति श्रद्धा में पवित्र मंत्रों का जाप किया. चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन, जिले के विभिन्न हिस्सों में पारंपरिक ””””कन्यापूजन”””” अनुष्ठान के तहत छोटी लड़कियों की पूजा की गयी, जहां भक्तों ने उन्हें देवी दुर्गा की शक्ति और पवित्रता के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया. उनको भोजन करा कर कन्यापूजन किया गया. नौ दिवसीय उत्सव के समापन का प्रतीक यह दिन दिव्य स्त्री शक्ति का सम्मान करने के लिए समर्पित है.शेर पर सवार होकर आ जा मोरे मइया…
थावे दुर्गा मंदिर में हथुआ राज परिवार द्वारा चैत्र नवरात्र के महानिशा पूजा की गयी. वहीं, शाम देवी जागरण का आयोजन किया गया. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी राजपरिवार की तरफ से देवी जागरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां काफी संख्या में महानिशा पूजा करने आये श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों का जमकर लुत्फ उठाया और भक्ति गीतों पर झूमे. इस चैत्र नवरात्र में ऋतु राय और धनंजय शर्मा की तरफ से भक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुति दी गयी. लगभग सात बजे से आरंभ हुआ देवी जागरण आधी रात तक चला. देवी जागरण की शुरुआत गायिका ऋतु राय ने “निमिया के डाढ़ मइया… ” और “ले के पूजा की थाली… ” से की. उसके बाद भक्ति गीतों का सिलसिला शुरू हो गया. “किसने सजाया मां का दरबार… “, “शेर पर सवार होकर आ जा मोरे मइया… “, “माई के धमवा देख के अइसन मन करेला राम… ” आदि भक्ति गीत प्रस्तुत किये गये. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान “मां शेरेवालिये, तेरा शेर आ गया… “, “पूजा के होता तैयारी मंदिरवा में… “, “माई डोली चढ़ी आइली सेवक घरवा… ” जैसे भक्ति गाने गाकर श्रोताओं को नाचने और झूमने पर मजबूर कर दिया. वहीं, कार्यक्रम के दौरान गायक धनंजय शर्मा द्वारा “लहरे लहर लहराई रे मेरी मां की चुनरिया… ” जैसे कई गानों की प्रस्तुति दी गयी. देवी जागरण के दौरान सैकड़ों श्रद्धालु और उपस्थित पुलिस प्रशासन तालियां बजाकर कलाकारों का मनोबल बढ़ा रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
