Gopalganj News : बैकुंठपुर के राजद विधायक पर 15 लाख रुपये के फ्रॉड का लगा आरोप, कोर्ट ने लिया संज्ञान
गोपालगंज. बैकुंठपुर के राजद विधायक प्रेम शंकर यादव पर 15 लाख रुपये लेकर नहीं लौटाने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए एसीजेएम एक गोपाल प्रसाद गुप्ता के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है.
गोपालगंज. बैकुंठपुर के राजद विधायक प्रेम शंकर यादव पर 15 लाख रुपये लेकर नहीं लौटाने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए एसीजेएम एक गोपाल प्रसाद गुप्ता के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है. कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
व्यवसायी ने कोर्ट में दायर किया मुकदमा
शहर के चंद्रगोखुल रोड स्थित निर्मला काॅम्प्लेक्स के रहने वाले प्रमुख कारोबारी सुनील कुमार ने कोर्ट में मुकदमा दाखिल किया था. मुकदमे में अधिवक्ता राज कमल ने कोर्ट को बताया कि विधायक का संबंध पहले से कारोबारी सुनील कुमार की ससुराल से था. अपने प्रभाव में लेकर 16 जुलाई 2021 को परिवादी के आवास पर प्रात: छह बजे पहुंचे और पुराने संबंधों का हवाला देते हुए अपनी जायज जरूरत बताकर 20 लाख रुपये बतौर उधार मांगे तथा एक वर्ष के अंदर वापस करने का वादा किया. विधायक की बातों पर विश्वास करके परिवादी ने कहा कि मेरे पास अभी मात्र 15 लाख रुपये की व्यवस्था है, शेष की व्यवस्था संभव नहीं है.
पांच लाख नकद व 10 लाख खाते में दिये
इसमें से 10 लाख रुपये बैंक में हैं तथा शेष पांच लाख नकद दिया. 10 लाख रुपये भेजने के लिए अभियुक्त ने अपने बैंक खाते का विवरण परिवादी को दिया, जिसके आधार पर परिवादी ने दिनांक 16 जुलाई 2021 को अपने बंधन बैंक के खाते से आरोपित द्वारा उपलब्ध कराये गये खाते में ₹10 लाख रुपये दिये. एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी जब आरोपित ने रुपये वापस नहीं किये तो परिवादी ने बार-बार मांग की. आरोपित समय टालते रहे और रुपये वापस नहीं किये.
नोटिस का भी विधायक ने नहीं दिया जवाब
09 मई 2024 को रुपये की वापसी के लिए वकालतन नोटिस अभियुक्त को भिजवाया. परंतु उक्त नोटिस की प्राप्ति के बाद भी अभियुक्त ने परिवादी को कोई उत्तर नहीं दिया. इसके बाद 10 जून 2024 को स्थानीय थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया, थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की. तब कोर्ट में अपील करनी पड़ी.विधायक ने कहा, राजनीतिक साजिश
राजद विधायक प्रेमशंकर यादव से संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि सुनील कुमार की ससुराल से मेरे स्व पिता देवदत्त प्रसाद का संबंध था. उनके परिवार से बेहतर संबंध था. अब कोई संबंध नहीं है. सुनील कुमार के द्वारा केस किये जाने की जानकारी नहीं है. राजनीतिक साजिश के तहत झूठा मुकदमा दायर किया गया है. कोर्ट को अपना साक्ष्य के साथ पक्ष रखेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
