Gopalganj News : गोपालगंज में 24 हजार युवा पहली बार करेंगे मताधिकार का प्रयोग
Gopalganj News : बिहार विधानसभा चुनाव में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. फर्स्ट वोटर बने हैं, उनमें पहली बार वोटिंग करने का उत्साह है.
गोपालगंज. बिहार विधानसभा चुनाव में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. फर्स्ट वोटर बने हैं, उनमें पहली बार वोटिंग करने का उत्साह है. युवा पहली बार मतदान करके लोकतंत्र के महापर्व में अपना योगदान देंगे.
जागरूकता अभियान में काफी संख्या में जुट रहे युवा
अपने मतदान का प्रयोग करके अपने पसंदीदा उम्मीदवार को विजयी बनाने में अहम भूमिका निभायेंगे. 18-19 वर्ष के वोटरों की संख्या भी लगभग 24 हजार है. अभी मतदाता पुनरीक्षण के अंतिम प्रकाशन में ये संख्या थोड़ी बदल भी सकती है. चाय की गुमटी से लेकर गली-मुहल्लों, घरों में अब चुनावी चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. जिले की छह विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों का फैसला इस बार नये युवाओं को भी मिला है. मतदान को लेकर जबरदस्त क्रेज भी देखने को मिल रहा है. निर्वाचन आयोग द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता अभियान, सेल्फी प्वाइंट, इवीएम पर ट्रेनिंग, शपथ समारोह जैसे कार्यक्रमों में युवा बड़ी संख्या में सहभागिता कर रहे हैं. इससे जाहिर है कि यह जिस तरफ जायेंगे, नतीजा उसी प्रत्याशी या दल के फेवर में रहेगा. यंग वोटर्स आंकलन से खुद तय करते हैं कि किस पार्टी को वोट करना है. वे सुनी-सुनाई बातों पर नहीं, बल्कि आखों देखी पर भरोसा करते हैं.
युवाओं में बेरोजगारी बड़ा फैक्टर
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा के चुनाव में भी युवा बड़े गेम चेंजर साबित हुए थे. ऐसा ही इस बार भी होने की चर्चाएं हैं. विभिन्न राजनीतिक दलों ने इसे भांप भी लिया है. यही वजह है कि सोशल मीडिया से लेकर नेताओं के भाषणों में युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सत्ता-पक्ष से लेकर विपक्ष और अन्य राजनीतिक दल युवाओं के लिए अपनी-अपनी प्राथमिकताएं गिना रहे हैं ताकि जो वोटर गेम चेंजर साबित हो सकते हैं, उन्हें अपने पक्ष में किया जा सके.
अब युवा आकलन से तय करते हैं अपना मत
वरिष्ठ पत्रकार वरुण मिश्रा बताते हैं कि बुजुर्ग मतदाता परंपरागत तरीके से चलते हैं. करीब एक दशक पहले तक यह चलन था कि युवा मतदाता के वोट फैमिली बैकग्राउंड से प्रभावित हाे जाते थे. यदि परिवार में कोई व्यक्ति किसी दल से जुड़ा है या लगातार जिसे वोट दे रहे हैं, उसे ही नव मतदाता भी वोट कर देते थे. अब समय बदल गया है. मीडिया, सोशल मीडिया, पार्टियों के एजेंडे, नेताओं के वक्तव्य से युवा प्रभावित होते हैं. परंपरागत वोटर अब भी वही हैं, लेकिन युवा अपना मत आकलन के हिसाब से बदलते रहते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
