Gopalganj News : प्लस टू स्कूल के लिए लिपिक और परिचारी के 115 अभ्यर्थियों को मिला ज्वाइनिंग लेटर, खिल उठे चेहरे
Gopalganj News : माध्यमिक विद्यालयों में विद्यालय लिपिक और परिचारी पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के लिए बुधवार का दिन खुशियों भरा रहा.
गोपालगंज. माध्यमिक विद्यालयों में विद्यालय लिपिक और परिचारी पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के लिए बुधवार का दिन खुशियों भरा रहा. शहर के आंबेडकर भवन में आयोजित समारोह में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र एवं स्थापना पत्र दिया गया.
मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री हुए शामिल
कुल 115 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिला, जिसमें विद्यालय लिपिक के 104 तथा विद्यालय परिचारी के 11 अभ्यर्थी शामिल हैं. समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार शामिल हुए. शिक्षा मंत्री के अलावा एससी-एसटी कल्याण मंत्री जनक राम, एमएलसी राजीव कुमार, डीएम पवन कुमार सिन्हा, डीडीसी कुमार निशांत, डीइओ योगेश कुमार ने संयुक्त रूप से समारोह की शुरुआत की. इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया.
स्थापना पत्र भी दिया गया
नियुक्ति पत्र के साथ स्थापना पत्र भी दिया गया, जिसमें विद्यालय आवंटन की जानकारी थी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि अनुकंपा के मामले को लेकर पूरे बिहार में सर्वे कराया गया, इसमें 6000 से अधिक मामले सामने आये. अनुकंपा के आधार पर इन्हें शिक्षक पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता था. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर लिपिक एवं परिचारी पदों पर बहाली का प्रस्ताव रखा. इसे कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति दी गयी और अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया. उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से अपील की कि वे अपने विद्यालय जाकर ईमानदारी से कार्य करें और शिक्षा को लेकर सरकार के सपनों को साकार करने में सहयोग दें.
डीएम ने दीं शुभकामनाएं
डीएम पवन कुमार सिन्हा ने विद्यालय लिपिक और परिचारी पद पर चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दीं और ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करने का आह्वान किया. मौके पर वरीय कोषागार पदाधिकारी शशिकांत आर्य, डीपीओ स्थापना मोहम्मद साहेब आलम, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा प्रवीण कुमार प्रभात, डीपीओ एमडीएम बृजेश पाल, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप कुमार गिरि उर्फ मंटू गिरि, लोजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु मिश्रा, रालोसपा के सुमेर प्रसाद कुशवाहा, सुमित सहित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.बिहार सरकार का शिक्षा पर फोकस : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, सड़क निर्माण और किसानों को राहत देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. सबसे अधिक फोकस शिक्षा विभाग पर है. पहले जहां शिक्षा का बजट 4000 करोड़ रुपये था, वहीं आज यह बढ़कर 62,000 करोड़ रुपये हो गया है, जो राज्य के कुल बजट का 20 प्रतिशत से अधिक है. वर्तमान में बिहार के सरकारी स्कूलों में एक करोड़ 76 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं. राज्य में 78,000 से अधिक स्कूल और पौने छह लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें 40 प्रतशित से अधिक महिला शिक्षिकाएं हैं. बिहार पुलिस में भी 30 हजार से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक है.प्रयास करें कि सरकारी स्कूलों के छात्र करें बड़ा नाम : जनक
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एससी-एसटी कल्याण मंत्री जनक राम ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर बढ़ रही है. अब लिपिक, परिचारी और शिक्षक मिलकर यह सुनिश्चित करें कि सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो कि वहां के बच्चे भी बड़ा नाम कमा सकें. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बगल के इंदरवा के प्राथमिक विद्यालय से पढ़ाई करने के बाद वे बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल हो सकें. ऐसे में सरकारी स्कूलों के अन्य बच्चे भी बड़े-बड़े पदों तक क्यों नहीं पहुंच सकते.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
