किसानों ने पराली नहीं जलाने का लिया संकल्प, करेंगे बेहतर खेती
बरौली. प्रखंड की मोगल बिरैचा पंचायत के भगवतीपुर गांव तथा लरौली पंचायत के लरौली गांव में किसानों की भीड़ उमड़ी थी और वे कृषि विभाग द्वारा लगाये गये कृषि चौपाल में बेहतर खेती के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी ले रहे थे.
बरौली. प्रखंड की मोगल बिरैचा पंचायत के भगवतीपुर गांव तथा लरौली पंचायत के लरौली गांव में किसानों की भीड़ उमड़ी थी और वे कृषि विभाग द्वारा लगाये गये कृषि चौपाल में बेहतर खेती के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी ले रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी विक्रमा मांझी ने कहा कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है. यहां की 80 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है. सीमित संसाधन के बीच हम किसान भाइयों को प्रशिक्षित कर खाद्यान्न के मामले में लक्ष्य तक पहुंचना होगा तभी आमजन में सुख-समृद्धि आ पायेगी. माॅनसून ने इस बार बिहार के साथ नाइंसाफी की है. ऐसी स्थिति में किसान सलाहकार सहित अन्य कर्मी किसान भाइयों के घर तक जाकर उनको कम खर्च में अधिक पैदावार के गुर बता रहे हैं ताकि उन्हें हौसला मिल सके तथा वे रबी फसल से अच्छी आमदनी कर सकें. रबी फसल में हमें क्रांति लानी होगी, तभी शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. अधिकारी ने किसानों को सीमित संसाधन के बल पर खेती कर आमदनी दोगुनी करने के उपाय बताये. चौपाल में कृषि यांत्रिकीकरण के बारे में जानकारी दी गयी तथा बताया गया कि विभाग में कम कीमत और अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं, चना, मसूर आदि के बीज उपलब्ध हैं, जो किसानों को दिये जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने वर्तमान परिवेश को देखते हुए दलहन की खेती कराये जाने पर बल दिया. मौके पर बीएओ ने किसानों को संकल्पित कराया कि वे अपने खेतों में पराली न जलाएं, इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति समाप्त होती है, किसानों ने संकल्प लिया की वे पराली नहीं जलायेंगे. चौपाल में बीटीएम कुलदीप भारतीय, एटीएम कुंदन कुमार, किसान सलाहकार शंकर साह, किसान अरमानुल हक, सविता देवी आदि थे.
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