एनएच 27 को जोड़ने वाला गोपालगंज-बेतिया स्टेट हाइवे धंसा, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

एनएच 27 को जोड़ने वाला गोपालगंज-बेतिया स्टेट हाइवे कई जगह धंस गया है. राजवाही और गम्हारी गांवों के पास सड़क का दोनों किनारा धंसने की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व पथ निर्माण मंत्री सह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने वर्ष-2017 में इसका उद्घाटन किया था.

By Prabhat Khabar | August 7, 2022 8:33 AM

गोपालगंज. एनएच 27 को जोड़ने वाला गोपालगंज-बेतिया स्टेट हाइवे कई जगह धंस गया है. राजवाही और गम्हारी गांवों के पास सड़क का दोनों किनारा धंसने की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व पथ निर्माण मंत्री सह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने वर्ष-2017 में इसका उद्घाटन किया था. महज पांच वर्ष बाद ही राजवाही गांव के पास कई स्थानों पर बाएं और दाहिने भाग में मिट्टी धंस कर बड़े-बड़े गड्ढे का रूप ले लिया है. यह गड्डे किसी बड़े हादसे का निमंत्रण दे रहा है. फिर भी पथ निर्माण विभाग की नींद नहीं खुल रही है.

सड़क की स्थिति जस-की-तस

स्थानीय ग्रामीण बृजलाल यादव और उमा देवी का कहना है कि बारिश के कारण मिट्टी धंस कर सड़क ने खंडहर का रूप ले लिया है. कंस्ट्रक्शन कंपनी वालों से कई बार संपर्क किया गया. कनीय अभियंता ने कहा कि ठेकेदार भर देगा, लेकिन ठेकेदार आया और एक ट्रॉली मिट्टी गिरा कर चल गया. सड़क की स्थिति जस-की-तस है. आप स्वयं तस्वीरों में देख सकते हैं. हादसा कभी भी हो सकता है. स्थानीय लोगों ने हादसे को रोकने के लिए जगह-जगह पत्थर रख दिये हैं.

क्या कहते हैं डीएम

डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि सड़क के किनारे धंसी जमीन के संबंध में अभियंता को निर्देश दिया गया है कि जल्द को-ऑर्डिनेट कर मरम्मत करवा दें. इससे किसी को परेशानी नहीं होने दिया जायेगा.

बारिश के बाद खतरनाक बना बंजारी टू हजियापुर हाइवे का सर्विस लेन

1860 मीटर की दूरी और सफर करने में कम-से-कम आधे घंटे और वह भी फोर लेन हाइवे पर. सुनने में अटपटा है. यह हकीकत है पूर्व के एनएच 28 और वर्तमान के एनएच 27 के बंजारी से हजियापुर तक के हिस्से की. बारिश के बाद इस हाइवे के गड्ढे खतरनाक बन गये हैं. वाहन रेंग रहे हैं. कई बार जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जा रही है. लगभग पौने दो किमी में सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गयी है. खासकर साधु चौक से लेकर हजियापुर के आगे तक उत्तरी लेन सबसे अधिक खतरनाक हो गया है.

11 साल से लोग इस हालात का सामना कर रहे हैं

हाइवे के इस हिस्से पर यह दर्द पहला नहीं है, बल्कि 11 साल से लोग इस हालात का सामना कर रहे हैं. इस बीच कई बार एनएचएआइ ने सर्विस रोड का मरम्मत कार्य किया, लेकिन कभी भी एक साल तक सड़क चिकना नहीं रही. वर्तमान में यहां फ्लाइओवर निर्माण का कार्य चल रहा है जिसे दो साल में पूरा होना है. लेकिन, सर्विस रोड के गड्ढों को भरकर मोटेरबुल नहीं बनाया गया तो बरसात में इस पर वाहनों का चलना मुश्किल होगा.

जर्जर सर्विस लेन की तत्काल होगी मरम्मत

एनएचएआइ के परियोजना निदेशक सूर्य प्रकाश ने बताया कि एनएच के जर्जर होने की जानकारी नहीं थी. अगर जर्जर हुआ है तो उसे तत्काल मरम्मत करा कर मोटेबुल बनाने का काम कराया जायेगा.

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