गयाजी में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के बदले मांगी रिश्वत, वायरल वीडियो के बाद BLO पर FIR दर्ज
Voter List Update: गया के मानपुर में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के बदले BLO द्वारा पैसे लेने का वीडियो वायरल हुआ है. चाय-पानी के नाम पर की गई वसूली ने प्रशासन को हरकत में ला दिया, और आरोपी BLO पर एफआईआर दर्ज की गई है.
Voter List Update: बिहार के गयाजी जिले से लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक BLO मतदाता सूची में नाम जोड़ने के नाम पर खुलेआम पैसा वसूलता दिख रहा है. घटना मानपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय नौरंगा स्थित उर्दू बूथ संख्या 119 की है, जहां BLO गौरीशंकर मतदाताओं से ‘चाय-पानी’ के नाम पर रुपये मांगते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
मतदाता बोले– पैसे नहीं दो तो काम नहीं होता
वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि BLO मतदाता से ऑनलाइन फॉर्म भरने के बदले रुपये ले रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कई दिनों से यहां इसी तरह से पैसे लिए जा रहे थे. कई बुजुर्ग और महिलाएं तो डर के मारे चुप रह जाती थीं. कुछ ने विरोध भी किया, लेकिन उन्हें धमकाया गया कि ‘अगर चुप नहीं रहे तो नाम नहीं जुड़ पाएगा.’
लोकतंत्र की नींव पर उठे सवाल
जैसे ही वीडियो सामने आया, प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) वेद प्रकाश ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत संबंधित BLO पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा,’मतदाता सूची में नाम जुड़वाना पूरी तरह निःशुल्क प्रक्रिया है. इस तरह की वसूली न सिर्फ अवैध है, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के साथ धोखा है.’
मुफस्सिल थाना में दर्ज हुआ मामला, जांच में जुटी पुलिस
मुफस्सिल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार पांडे ने पुष्टि की कि BLO गौरीशंकर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अब वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है और संबंधित व्यक्तियों के बयान लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होते ही रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को सौंपी जाएगी.
इस घटना ने मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. यदि जमीनी स्तर पर नियुक्त BLO ही पैसों के बदले लोकतांत्रिक अधिकारों की बिक्री करने लगें, तो आम लोगों का सिस्टम पर भरोसा कैसे बचेगा? वायरल वीडियो ने चुनाव आयोग के उस दावे पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं जिसमें कहा जाता है कि ‘हर मतदाता की भागीदारी सुरक्षित और नि:शुल्क है.’
प्रशासन पर उठे सवाल, लोगों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस पूरे मामले को लोकतंत्र के खिलाफ बताया है और मांग की है कि ऐसे BLO को तत्काल बर्खास्त कर जेल भेजा जाए. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले चुनावों से पहले इस तरह की सभी शिकायतों की विशेष जांच कराई जानी चाहिए.
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