23वां दीक्षांत समारोह जनवरी में कराने पर लगी मुहर
एमयू की विद्वत परिषद ने दी स्वीकृति
एमयू की विद्वत परिषद ने दी स्वीकृति
स्ववित्तपोषित विषयों में डायरेक्टर की जगह अब प्रोफेसर इन चार्ज होंगे
वरीय संवाददाता, बोधगया.
मगध विश्वविद्यालय में सोमवार को विद्वत परिषद की एक आकस्मिक बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता मगध विश्वविद्यालय के कुलपति शशि प्रताप शाही ने की. इसमें प्रतिकुलपति प्रो बीआरके सिन्हा, कुलसचिव प्रो बिनोद कुमार मंगलम, सीसीडीसी डॉ संजय तिवारी व विद्वत परिषद के सभी सदस्यों की उपस्थिति रही. बैठक का मुख्य एजेंडा जनवरी 2026 में मगध विश्वविद्यालय के 23वें दीक्षांत समारोह का आयोजन था. इस अवसर पर प्रतिकुलपति ने कुलपति को मगध विश्वविद्यालय के 22वें दीक्षांत के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए बधाई दी और आगामी 23वें दीक्षांत के आयोजन को लेकर भी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने दीक्षांत समारोह के बजट में वित्तीय पारदर्शिता के महत्त्व को चिह्नित किया. कुलपति ने बैठक में विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को 22वें दीक्षांत समारोह के शानदार आयोजन की बधाई दी और यह उम्मीद किया कि आने वाले 23वें दीक्षांत समारोह का आयोजन भी विश्वविद्यालय की गरिमा के अनुरूप होगा. 22वें दीक्षांत समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी.कमेटी का होगा गठन
बैठक का अंत पिछली बैठक की संपुष्टि के साथ हुआ. अन्य एजेंडा में यह निर्णय किया गया कि स्ववित्तपोषित विषयों में डायरेक्टर की जगह अब प्रोफेसर इन चार्ज होंगे. बैठक में स्नातकोत्तर के सत्र 2026-28 की स्थिति पर विचार किया गया. इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जायेगा, जिसके समन्वयक प्रो शमशुल इस्लाम होंगे. इसमें जीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ सीमा, संकायाध्यक्ष विज्ञान एवं परीक्षा नियंत्रक इसके सदस्य होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
