कालचक्र मैदान में कार्यक्रम

महाबोधि मंदिर का प्रबंधन बौद्धों के हाथों में सौंपने की मांग

By Prabhat Khabar Print | May 24, 2024 11:14 PM

महाबोधि मंदिर का प्रबंधन बौद्धों के हाथों में सौंपने की मांग फोटो- गया बोधगया 220- कार्यक्रम में शामिल एक्शन कमेटी के पदाधिकारी व बौद्ध श्रद्धालु, फोटो- गया बोधगया 221- कार्यक्रम में मौजूद महाराष्ट्र से आये श्रद्धालु बुद्ध जयंती पर पहुंचे हजारों बौद्ध श्रद्धालुओं को मांग से कराया अवगत वरीय संवाददाता, बोधगया बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कालचक्र मैदान में महाबोधि मंदिर के प्रबंधन को बौद्धों के हाथों में सौंपे जाने की मांग उठी. ऑल इंडिया बोधगया महाबोधि महाविहार एक्शन कमेटी ने गुरुवार की रात को एक कार्यक्रम आयोजित कर बोधगया मंदिर प्रबंधन एक्ट 1949 में संशोधन किये जाने व महाबोधि महाविहार का प्रबंधन पूर्णरूप से बौद्धों के हाथों में सौंपे जाने की मांग की. ऑल इंडिया बोधगया महाबोधि महा विहार एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव ने इस संबंध में कहा कि संविधान के मुताबिक जिस तरह अन्य धर्मों से जुड़े प्रतिष्ठानों का प्रबंधन संबंधित धर्म के लोगों के हाथों में है, इसी तरह करोड़ों बौद्ध धर्मावलंबियों की आस्था का केंद्र महाबोधि महाविहार का प्रबंधन भी पूर्णरूप से बौद्धों के हाथों में होना चाहिए. इसके लिए वर्षों से मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि बुद्ध जयंती के अवसर पर यहां पहुंचे हजारों बौद्ध श्रद्धालुओं को इस मांग से अवगत कराया गया व इसमें सहयोग की अपील की गयी. कमेटी के कार्यों की दी जानकारी इस अवसर पर कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भदंत आनंद महाथेरो ने भी कमेटी की ओर से किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी व आश्वस्त कराया कि महाबोधि महाविहार के एक्ट में संशोधन कर प्रबंधन को बौद्धों के हाथों में एक न एक दिन सौंपा जायेगा. इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय महासचिव भिक्खु बीपी थेरो ज्योति, नागपुर से आये प्रो बीपी बोदकर, विजय नाथ तिवारी, गायक सूर्यभान शिंदे, अजय कुमार चौधरी सहित अन्य ने संबोधित किया.

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