सीयूएसबी के विधिक सहायता क्लिनिक द्वारा निशुल्क कानूनी सहायता शिविर का आयोजन
प्रो अशोक कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि कानूनी साक्षरता केवल विधि शिक्षा तक सीमित नहीं है,
बोधगया. सीयूएसबी के विधि एवं शासन प्रणाली पीठ (एसएलजी) के अंतर्गत संचालित विधिक सहायता क्लिनिक द्वारा मिल्खा सिंह खेल परिसर में निशुल्क कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया. विधिक सहायता क्लिनिक के अध्यक्ष प्रो अशोक कुमार की देखरेख में क्लिनिक के समन्वयक डॉ सुरेंद्र कुमार, सह समन्वयक डॉ आनंद प्रकाश नारायण और डॉ चंदना सुबा के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रो अशोक कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि कानूनी साक्षरता केवल विधि शिक्षा तक सीमित नहीं है, यह प्रत्येक नागरिक की सामाजिक जिम्मेदारी है. उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे विधिक ज्ञान को अपने जीवन के हर क्षेत्र में व्यावहारिक रूप से लागू करें. विधिक सहायता क्लिनिक के समन्वयक डॉ सुरेंद्र कुमार ने निशुल्क विधिक सहायता के बारे में छात्रों को बताया कि कौन-कौन से व्यक्ति निःशुल्क विधिक सहायता के पात्र हैं जिसमें मुख्यतः अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, महिला, बच्चे, वृद्ध, प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों, दिव्यांगजन आदि शामिल हैं. इस शिविर में लगभग पांच मामलों की रिपोर्ट छात्रों व विवि के कर्मचारियों द्वारा की गयी, जिनमें से अधिकांश मामले संगत प्रकृति गये थे. संकाय सदस्य और छात्रों ने खेल परिसर में उपस्थित खिलाड़ियों की समस्याओं का गहन विश्लेषण किया व उन्हें कानूनी समाधान प्रदान करने का प्रयास किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक डॉ जितेंद्र प्रताप सिंह ने छात्रों को शारीरिक व मानसिक संतुलन के माध्यम से कानूनी और सामाजिक दायित्वों को प्रभावी ढंग से निभाने का संदेश दिया. इस अवसर में लीगल ऐड क्लिनिक के छात्र साध्वी विद्योत्मा, दीप्त चौधरी, ईशा प्रकाश, तनीषा रॉय, रिफत हयात, देवांशु, आयुष प्रकाश, आदित्य चौबे, अनुज किशोर, लोकेश्वेवरी पटेल, छवि ठाकुर, आदर्श सहित अन्य मौजूद रहे.
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