OTA GAYA : बिहार के पांच कैडेट सेना में बने लेफ्टिनेंट, एकमात्र महिला अंजलि प्रिया भी शामिल
Gaya News : ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी गया में 26वीं पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सेना को 161 ऑफिसर मिले. इसमें बिहार के विभिन्न जिलों से पांच ऑफिसर कैडेट शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत कमीशन हुए.
गया. ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी गया में 26वीं पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सेना को 161 ऑफिसर मिले. इसमें बिहार के विभिन्न जिलों से पांच ऑफिसर कैडेट शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत कमीशन हुए. बिहार के सीवान, रोहतास, छपरा व जहानाबाद जिले के ऑफिसर कैडेट पासिंग आउट परेड के बाद सेना में लेफ्टिनेट बने. देश सेवा की शपथ ली.
राशिद इकबाल : 10 लाख का पैकेज छोड़ देश सेवा के लिए सेना में बने ऑफिसर
बिहार के सीवान जिले के निवासी राशिद इकबाल ने बीटेक की डिग्री लेने के बाद टीसीएस कंपनी में करीब 10 लाख रुपये के पैकेज वाली जॉब को छोड़ देश सेवा के लिए सेना में ऑफिसर बने. राशिद के पिता शकील अहमद इंडियन एयर फोर्स से रिटायर्ड हैं. देश सेवा का जज्बा पिता से मिला. राशिद ने केंद्रीय विद्यालय से स्कूली शिक्षा पूरी की है. स्कूलिंग के दौरान एनसीसी की सी सर्टिफिकेट में बेस्ट अल्फा ग्रेड हासिल किया. राशिद इकबाल ने बताया कि सफलता माता-पिता व परिवार को समर्पित है. खुशी के पल हैं. युवाओं को मैसेज दिया कि ड्रीम देखिए व हार्ड वर्क करें, जरूरी नहीं कि सफलता उस फिल्ड में ही मिले, देश सेवा से जुड़ने के लिए कई रास्ते हैं. जरूरी नहीं एक के पीछे पड़े रहें. दो भाई में साजिद प्राइवेट आइटी कंपनी में व वाजिद बैंक की तैयारी में लगे हैं.
अंजलि प्रिया : बड़ी बेटी की सफलता पर माता-पिता गौरवान्वित
बिहार के रोहतास के बिक्रमगंज स्थित तेंदुनी गांव की रहनेवाली अंजलि प्रिया सेना में कमीशन होकर ऑफिसर (लेफ्टिनेंट) बनी हैं. पिता संतोष कुमार इंडियन एयर फोर्स में जेसीओ व माता सीमा सिंह गृहिणी हैं. तीन बेटियों में बड़ी बेटी की सफलता पर मां पिता दोनाें गौरवान्वित हैं. अंजलि ने बताया कि सेना में शामिल होकर काफी खुशी हैं. अच्छा लग रहा है. वहीं पिता ने बताया कि बेटी बहुत मेहनती है. उसने अपने ड्रीम व मेरी इच्छा को भी पूरी की है. दूसरी बेटी ने भी एयरफोर्स में भर्ती के लिए परीक्षा दी है. वहीं छोटी बेटी 12वीं की परीक्षा दी है. उसका भी ड्रीम है एयरफोर्स या नेवी में जाने का. वहीं अंजलि की मां सीमा सिंह ने बताया कि तीन बेटियों में बड़ी बेटी की सफलता से मुझे असीम खुशी है. हर बेटी को भी ऐसा प्रयास करना चाहिए कि उसके पैरेंट्स को खुशी के पल मिले.
कुमार अभिमन्यु : सेना में शामिल होने के बाद कश्मीर में पोस्टिंग से उत्साहित हूं
बिहार के रोहतास के हसन बाजार निवासी कुमार अभिमन्यु ओटीए गया से पासिंग आउट के बाद सेना में कमीशन होकर ऑफिसर (लेफ्टिनेंट) बना है. बताया कि बीटेक करने के बाद शॉर्ट सर्विस के तहत सेना में कमीशन होने पर खुशी है. पिता अर्जुन प्रसाद आर्मी में सूबेदार हैं. जो अमृतसर में पोस्टेड हैं. कुमार अभिमन्यु ने बताया कि शायद मेरी पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में हो, जिससे उत्साह और बढ़ गया है.राहुल कुमार : सेना में शामिल होने पर गौरव की अनुभूति
बिहार के छपरा निवासी राहुल कुमार ने पासिंग आउट परेड को जीवन का महत्वपूर्ण क्षण बताया. सेना में ऑफिसर बनने के बाद गौरव की अनुभूति हो रही है. सफलता को अपने माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों को समर्पित करते हुए देश सेवा के लिए सेना में और वो भी ऑफिसर बनने के ड्रीम को सच होता देख खुशी जतायी. पैरेंट्स बेटे की सफलता पर काफी खुश थे. बैज लगाते तस्वीरें लीं.विवेक कुमार : देश सेवा में आकर काफी खुश हूं
बिहार के जहानाबाद शहर के पंचमहला मुहल्ले के रहने वाले विवेक कुमार सेना में आकर काफी खुश हैं. अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को देते हुए देश की आकांक्षाओं पर खरा उतरने की बात कही. बताया कि इंजीनियरिंग डिग्री लेने के बाद सेना में आने के लिए पहल की और शॉर्ट सर्विस कमिशन के तहत चयन हुआ. लेफ्टिनेंट बनने के बाद परैंट्स के साथ मुहल्ले में खुशी का माहौल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
