गया : ”ढेर दिन से नजोर गड़ौले हला डीएसपीए पटवा सो पर”

जितेंद्र मिश्र गया : अंजना हत्याकांड को पुलिस अधिकारियों द्वार ऑनरकिलिंग का मामला बताये जाने के बाद से पटवा समाज के लोगों का गुस्सा सिर चढ़ कर बोल रहा है. समाज के लोग पुलिस के गैर जिम्मेदाराना हरकत से बेहद गुस्से में हैं. समाज के लोगों ने कपड़ा बुनने के कारखाने को दो दिनों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 13, 2019 10:40 AM
जितेंद्र मिश्र
गया : अंजना हत्याकांड को पुलिस अधिकारियों द्वार ऑनरकिलिंग का मामला बताये जाने के बाद से पटवा समाज के लोगों का गुस्सा सिर चढ़ कर बोल रहा है. समाज के लोग पुलिस के गैर जिम्मेदाराना हरकत से बेहद गुस्से में हैं.
समाज के लोगों ने कपड़ा बुनने के कारखाने को दो दिनों से बंद कर रखा है. यही नहीं मानपुर स्थित पटवा समाज के समर्थन में दूसरे राज्य के लोग भी उतर गये हैं. पता चला है कि पटवा समाज के लोग जो देश के विभिन्न राज्यों में निवास करते हैं उनमें भी अंजना हत्याकांड को पुलिस द्वारा ऑनर किलिंग का मामला बताये जाने से जबर्दस्त रोष है. दूसरे प्रांत के लोगों ने भी कैंडल मार्च निकाल कर न्याय की गुहार लगायी है.
गौरतलब है कि जिस पटवाटोली की गलियों में दिन-रात मशीन की खट-खट आवाज गूंजती थी वहां बीते दो दिनों से सन्नाटा पसरा है. यहां काम बंद कर लोग अपनी पटवाय भाषा में हत्याकांड व पुलिस कार्रवाई को लेकर चर्चा करते दिख रहे हैं. कुछ लोग कह रहे थे कि ‘बिना कसुरे के फसा दलखै कोन हेक पुलिसवा’ इसमें ही एक व्यक्ति कहता है कि ‘ढेर दिन से नजोर गड़ौले हला डीएसपीए पटवा सो पर’, इसी बीच एक युवक कहता है कि ‘जाबे समे एकजुट होकर को लड़ाई लड़ै के कमर कसी को उग्र होईल ताबे सोब बड़का पुलिसवा के पटवाटाली सुझलैखोन, जौरे-जौरे डीएसपीए आब थाना के दलबे जौरे-जौरे हला’.
इसके अलावा लोग सोशल मीडिया पर चल रहे खबर मोबाइल पर देख कर व अखबारों में छपी खबर पर भी बातचीत कर रहे थे. इसके साथ ही यह भी चर्चा कर रहे थे कि पुलिस हर बार इस मुहल्ले के लोगों को ही टारगेट कर फंसाना चाहती है, जबकि यहां के लोगों को बाहरी समाज से कम ही मतलब होता है. इतना ही नहीं ज्यादातर युवावर्ग पढ़ाई के ध्यान में लगे रहते हैं.
लोग अपने बीच में बात कर रहे थे कि पुलिस के निर्दोष पर की गयी कार्रवाई को लेकर हर जगह से विरोध किया जा रहा है. कुछ लोगों ने बताया कि जब तक इस मामले में सही जांच कर खुलासा नहीं किया जायेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. इधर मामला तूल पकड़ते ही शनिवार की सुबह से ही विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक चैनल के प्रतिनिधियों ने ओवी वैन के साथ डेरा डाल दिया है.

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