‘मिली’ है मनीषा दयाल का घरेलू नाम, …जानें मनीषा से जुड़ी अंदरुनी बातें

रोशन कुमार @ गया... पटना आसरा गृह में दो लड़कियों की मौत के बाद पुलिस महकमे में चर्चा में आयी मनीषा दयाल गया हर के एपी कॉलोनी स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी के सामने रहनेवाले विजय दयाल की बेटी है. विजयदयाल लंबे समय से पेट्रोलियम (पंप) के व्यवसाय से जुड़े हैं. मनीषा अपने तीन भाइयों में दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2018 9:20 AM

रोशन कुमार @ गया

पटना आसरा गृह में दो लड़कियों की मौत के बाद पुलिस महकमे में चर्चा में आयी मनीषा दयाल गया हर के एपी कॉलोनी स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी के सामने रहनेवाले विजय दयाल की बेटी है. विजयदयाल लंबे समय से पेट्रोलियम (पंप) के व्यवसाय से जुड़े हैं. मनीषा अपने तीन भाइयों में दो से छोटी और एक से बड़ी है. घर की इकलौती बेटी होने के कारण परिजन प्यार से उसे मिली कह कर पुकारते हैं. गया के क्रेन स्कूल से 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह मेडिकल की तैयारी करने पटना गयी थी. लेकिन, कम उम्र में ही उसकी शादी पटना के एक बड़े बिजनेसमैन परिवार में हो गयी. इसके बाद उसकी प्लानिंग और कैरियर की दिशा में भी बदलाव हुआ. पता चला है कि मनीषा स्वयं भी बिजनेस में इंटरेस्ट लेने लगी.

पूर्व वित्त मंत्री से भी है नजदीकी

मनीषा के बारे में पूछताछ में पता चला है कि उसके मायके से राज्य के पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी का भी संपर्क है. दोनों परिवारों के बीच काफी अच्छे पारिवारिक रिश्ते होने की बात सामने आ रही है. यह भी कि बीच-बीच में दोनों परिवारों के सदस्य एक-दूसरे के घर आते-जाते भी रहते हैं.

टेकुना के पास बनवा रही भव्य बंगला

पिता विजय दयाल की मौत हो जाने के बाद भी गया से मनीषा का लगाव बना रहा है. पता चला है कि गया-डोभी रोड में टेकुना फार्म के पास एक बड़े भू-खंड पर मनीषा एक भव्य बंगला भी बनवा रही है. गया में मनीषा के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन मनीषा का नाम आते ही दूसरी तरफ से फोन को काट दिया गया. इसके बाद मोबाइल फोन लगातार रिंग होता रहा, पर किसी ने फोन रिसीव नहीं किया.

मनीषा ने एनजीओ के बारे में रिश्तेदारों को बताया था

कुछ वर्ष पहले मनीषा अपने चचेरे भाई की शादी में गया आयी थी] तब शादी समारोह में आये दूसरे रिश्तेदारों को उसने बताया था कि वह पटना में एक एनजीओ के कामकाज से भी जुड़ी है और यह भी उस एनजीओ के जरिये अच्छा कामकाज हो रहा है. हालांकि, मनीषा के पड़ोसी बताते हैं कि पटना और अन्यत्र उसकी व्यस्तता काफी अधिक होने के चलते गया में उसका आना-जाना कम ही होता है.