आदित्य सचदेवा हत्याकांड : फैसले के बाद अपनों को ढूंढ़ रही थीं रॉकी की नजरें

गया : आदित्य सचदेवा हत्याकांड का मुख्य आरोपित रॉकी यादव गुरुवार को कोर्ट परिसर में बेचैन दिखा. अदालत से जेल जाने तक चेहरे पर बेचैनी छायी थी. बड़ी संख्या में पुलिस अभिरक्षा के बीच भी वह घबराया हुए था. बड़ी ही बेचैनी के साथ उनकी नजरें कोर्ट हाजत से लेकर अदालत में प्रवेश तक अपनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2017 1:00 PM

गया : आदित्य सचदेवा हत्याकांड का मुख्य आरोपित रॉकी यादव गुरुवार को कोर्ट परिसर में बेचैन दिखा. अदालत से जेल जाने तक चेहरे पर बेचैनी छायी थी. बड़ी संख्या में पुलिस अभिरक्षा के बीच भी वह घबराया हुए था. बड़ी ही बेचैनी के साथ उनकी नजरें कोर्ट हाजत से लेकर अदालत में प्रवेश तक अपनों ढूंढ़ती रहीं. हालांकि, वह अपनाें से मिल सके यह जज की अदालत में ही संभव हो सका. जैसे ही उसे कोर्ट हाजत से बाहर निकाला गया, उसकी नजरें बड़ी बेचैनी के साथ अपनों को ढूंढ़ने लगीं. बाहर उसे कोई अपना नजर नहीं आया, तो घबराहट बढ़ने लगी. घबराहट में वह इधर-उधर तेजी के साथ देखने लगा.

पुलिस से पटा था काेर्ट का काेना-काेना : काेर्ट के दाेनाें रास्तों के गेट पर पर मेटल डिटेक्टर लगे थे. कोर्ट में पुलिस के जवानों की तैनाती की गयी थी़ रॉकी काे जेल से स्पेशल वैन में काेर्ट लाया गया. बाहर एक स्कॉर्पियाे में रॉकी के पिता विंदेश्वरी प्रसाद यादव उर्फ बिंदी यादव, जिनपर इस केस में साक्ष्य छिपाने का आराेप है, बैठे थे. एक दूसरे वाहन में आैर भी कई नेता सवार थे. एक गाड़ी में इस केस में आराेपित टेनी यादव व मनाेरमा देवी के बॉडीगार्ड राजेश भी बैठे थे.

बिंदी के घर में थी हलचल, पर बाहर से बंद था दरवाजा
आदित्य हत्याकांड को लेकर गुरुवार को जहां सचदेवा हाउस के बाहर पुलिस की तैनाती थी, लोगों को आना जाना लगा था वहीं दूसरी ओर एपी कॉलोनी स्थित बिंदी यादव के घर पर सन्नाटा पसरा था. पहली मंजिल पर एक कमरे का दरवाजा खुला था कुछ हलचल सी थी, लेकिन कहीं कोई दिख नहीं रहा था.