वाह खाजा: बिहार नहीं दुनिया में फेमस सिलाव का ‘खाजा’, एक खास मिठाई जो घोल रही सात समंदर पार भी मिठास

Digital Food Festival: बिहार के नालंदा को ज्ञान की धरती कहा जाता है. दुनियाभर में नालंदा की धरती प्रसिद्ध है. इसी नालंदा जिले में एक जगह सिलाव है. जहां की एक खास मिठाई खाजा देश के साथ ही दुनियाभर में फेमस है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2021 4:36 PM

Digital Food Festival: बिहार के नालंदा को ज्ञान की धरती कहा जाता है. दुनियाभर में नालंदा की धरती प्रसिद्ध है. इसी नालंदा जिले में एक जगह सिलाव है. जहां की एक खास मिठाई खाजा देश के साथ ही दुनियाभर में फेमस है. डिजिटल दौर में खाजा को ऑनलाइन भी घर तक मंगाने की सुविधा मिली हुई है. सिलाव का खाजा बिहार ही नहीं, देश के कई शहरों और विदेशों में भी पहुंचने लगा है.

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दुनिया में फेमस काली साह की दुकान

सिलाव में खाजा का कारोबार और काली साह की दुकान दुनियाभर में फेमस हो चुकी है. इसके नाम पर कई और दुकान हैं. लेकिन, सिलाव के खाजा के लिए काली साह की दुकान फेवरेट डेस्टिनेशन है. खाजा मिठाई में कई खासियत होती हैं. एक खाजा 52 परतों की होती है. खाजा मिठाई दिखने में बिल्कुल पैटीज के जैसी होती है. खाने में कुरकुरा. इसे मीठा और नमकीन दोनों तरीकों से बनाया जाता है.

इन सामानों के साथ खाजा का निर्माण

मिठाई को बनाने के लिए आटा, मैदा, चीनी के साथ इलायची का प्रयोग किया जाता है. इसे रिफाइंड और शुद्ध घी में तैयार किया जाता है. यह खाने में टेस्टी के साथ काफी हेल्दी भी होता है.


सिलाव के खाजा को मिला जीआई टैग 

बिहार के राजगीर और बिहारशरीफ के बीच सिलाव बाजार पड़ता है. यहां के खाजा मिठाई का इतिहास काफी पुराना है. सिलाव के करीब ऐतिहासिक स्थल नालंदा है. नालंदा में देश-विदेश के पर्यटक आते रहते हैं. इसी कारण खाजा की लोकप्रियता विदेशों तक पहुंच चुकी है. 2015 में सीएम नीतीश कुमार ने खाजा निर्माण को उद्योग का दर्जा दिया था. भारत सरकार ने सिलाव के खाजा को जीआई टैग (ज्योग्राफिकल इंडेक्शन टैग) भी दिया है. इससे खाजा उद्योग से जुड़े कारोबारियों को मदद मिल रही है.

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सात समंदर पार भी खाजा का जलवा 

काली साह के परिवार ने ही खाजा की ऑनलाइन बिक्री शुरू की. आज सिलाव का खाजा लंदन, दुबई और पेरिस तक डिलीवर किया जा चुका है. जबकि, भारत में रांची, दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, कानपुर, मुंबई, बनारस समेत दूसरों शहरों में खाजा मिठाई की डिमांड है. यहां का खाजा कुरकुरा और कम मीठा होता है. यही वजह है कि इसकी हमेशा डिमांड बनी रहती है. यहां तक कि शादी या दूसरे मांगलिक कार्यों में खाजा जरूर बनता है. अगर आपको भी खाजा खाने का मौका मिलेगा तो सिलाव को याद जरूर करिएगा. बिहार के सिलाव की बदौलत ही आज खाजा मिठाई दुनियाभर में फेमस है.

Posted : Abhishek.

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