Darbhanga News: पांच सौ एमटी क्षमता के गोदाम बनकर तैयार, पांच साल से नहीं हो रहा उपयोग
Darbhanga News:गोदाम में सहकारिता समिति से जुड़े किसानों को अनाज, फल, मखाना सहित अन्य उत्पाद के भंडारण व बिक्री नहीं होने से इसके आगे घास-फूस उग आये हैं.
Darbhanga News: केवटी. मुख्यालय परिसर अवस्थित बीडीओ आवास से सटे 26 लाख की लागत से निर्मित समेकित सहकारी विकास परियोजना केवटी व्यापार मंडल सहयोग समिति लिमिटेड का पांच सौ एमटी क्षमता वाले गोदाम का निर्माण के पांच वर्ष बाद भी उद्घाटन नहीं हो सका है. इस वजह से इसका उपयोग नहीं हो राह है. इस गोदाम में सहकारिता समिति से जुड़े किसानों को अनाज, फल, मखाना सहित अन्य उत्पाद के भंडारण व बिक्री नहीं होने से इसके आगे घास-फूस उग आये हैं. वहीं भवन भी क्षतिग्रस्त होने लगा है. गोदाम तक पहुंचने के लिए छोटे व मझोले वाहन के लिए रास्ता भी बना हुआ है. भारी वाहन गोदाम तक नहीं पहुंच सकते. आश्चर्य की बात तो यह है कि इस गोदाम के निर्माण की जानकारी अधिकतर किसानों को है भी नहीं.
दो करोड़ से बने कई भवन उपयोग में नहीं
सनद रहे कि केवटी हाट के समीप बने 76 लाख की लागत से निर्मित सद्भाव मंडप, मुख्यालय परिसर में 76 लाख की लागत से निर्मित शिक्षा भवन तथा 16 लाख की लागत से निर्मित जीविका ग्राम संगठन भवन का निर्माण होने के बाद आज तक उद्घाटन नहीं हो पाया है. इन सभी भवनों को तैयार करने में करीब दो करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इन भवनों का उपयोग नहीं होने से सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है. इस संबंध में रनवे निवासी मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि गोदाम का निर्माण करीब छह वर्ष पहले हुआ था. गोदाम निर्माण में ही सिर्फ 26 लाख रुपये खर्च हुए थे. इसके अलावा मिट्टी भराई, गोदाम तक जाने के लिए संपर्क पथ पर अलग से सरकारी राशि खर्च हुई थी, बावजूद आज तक इसका उपयोग नहीं किया जा रहा.
गोदाम तक जाने का रास्ता नहीं: अध्यक्ष
इस संबंध में व्यापार मंडल के अध्यक्ष उपेंद्र निषाद ने बताया कि गोदाम तक जाने के लिये रास्ता नहीं है. इस गोदाम के उपयोग के लिए दो वर्ष पूर्व प्रयास किया गया था, जो अभीतक सफल नहीं हो सका है.
कहते हैं अधिकारी
जानकारी के मुताबिक इस गोदाम का उपयोग करीब पांच वर्ष से नहीं हो रहा है. वैसे अभी नया आया ही हूं. गोदाम का उपयोग हो सके इसके लिए प्रयास किया जायेगा. – उत्तम कुमार, बीसीओडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
