Darbhanga News: कृष्ण जन्माष्टमी के साथ 16 से आरंभ हो जायेगा पर्व-त्योहार का सीजन
Darbhanga News:भारत को पर्व-त्योहार का देश कहा जाता है. यहां सात दिन और आठ त्योहार की परंपरा है.
Darbhanga News: दरभंगा. भारत को पर्व-त्योहार का देश कहा जाता है. यहां सात दिन और आठ त्योहार की परंपरा है. यानी कोई भी दिन ऐसा नहीं होगा, जो किसी न किसी रूप में विशिष्ट न हो, लेकिन कृष्णाष्टमी के साथ पर्व-त्योहार एवं धार्मिक अनुष्ठान का सीजन शुरू हो जाता है. वैसे तो इसकी शुरूआत गत नौ अगस्त को रक्षाबंधन के साथ ही माना जाता है, लेकिन भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि पर जन्माष्टमी के साथ इसकी विधिवत शुरूआत होती है. इन आयोजनों में सामाजिक सहभागिता विशेष रूप से दिखती है. इस बार कृष्ण जन्माष्टमी 16 अगस्त को है. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही हे. शहर के दोनार, अललपट्टी, दरभंगा स्टेशन कटहलबाड़ी, कादिराबाद, लक्ष्मीसागर, बंगाली टोला, बलभद्रपुर, सैदनगर समेत प्राय: सभी श्रद्धालु मोहल्लों में प्रतिमा स्थापित कर पूजन की तैयारी हो रही है. बालू घाट में इस बार भी विशेष आयोजन की तैयारी है. कृष्णाष्टमी के पश्चात हरितालिका तीज एवं चंद्रोपासना का पर्व चौठचंद्र 26 अगस्त को होगा. वहीं अगले दिन 27 अगस्त को गणेश पूजन किया जायेगा. चार सितंबर को इंद्र पूजा आरंभ होगा, जबकि छह सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर भगवान अनंत की पूजा-अर्चना की जायेगी. अगस्त्य मुनी को अर्घ्य अर्पण के साथ ही सात सितंबर से पितृपक्ष शुरू हो जायेगा. जिउतिया 15 सितंबर को तो विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को होगी. 21 सितंबर को पितृपक्ष के संपन्न होने के अगले दिन 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र की पूजा आरंभ की जायेगी. 29 सितंबर को शक्ति की देवी दुर्गा का पट भक्तों के लिए खुल जायेगा तो महाअष्टमी का व्रत 30 सितंबर एवं महानवमी का व्रत एक अक्तूबर को होगा. दो अक्तूबर को विजयादशमी के संग नवरात्र संपन्न हो जायेगा. छह अक्तूबर को महालक्ष्मी पूजन एवं कोजागरा, 10 अक्तूबर को करवा चौथ, 18 अक्तूबर को धनतेरस का त्योहार मनेगा. दीपोत्सव एवं काली पूजा 20 अक्तूबर को होगी. 22 अक्तूबर को गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट, 23 अक्तूबर को भातृद्वितीया एवं चित्रगुप्त पूजा की जायेगी. लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरूआत 25 अक्तूबर को नहाय-खाय के साथ होगी. अगले दिन 26 अक्तूबर को खरना, 27 अक्तूबर को सांयकालीन अर्घ अर्पण के पश्चात 28 अक्तूबर को भगवान भाष्कर को अर्घ समर्पण के साथ यह पर्व संपन्न होगा. इसी दिन सामा पूजा भी शुरू होगी. गोपाष्टमी 29 अक्तूबर को मनाया जायेगा. 30 अक्तूबर को अक्षय नवमी के बाद एक नवंबर को देवोत्थान एकादशी तथा पांच नवंबर को सामा का विसर्जन होगा. इसे लेकर लोगों में अभी से उल्लास दिख रहा है.
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