IAS नवीन चौधरी को J&K का डोमिसाइल मिलने पर बोले पिता देवकांत चौधरी- बेटे ने एक बार फिर देश में नाम किया रोशन

दरभंगा : जिले के हायाघाट प्रखंड के मझौलिया निवासी देवकांत चौधरी अपने बेटे के जम्मू-कश्मीर का निवासी बनने पर काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि आज फिर एक बार उनके बेटे ने देश में अपना नाम रोशन किया है. मालूम हो कि दरभंगा के हायाघाट प्रखंड के मझौलिया निवासी देवकांत चौधरी और वैदेही चौधरी के बेटे 1994 बैच के आईएएस नवीन चौधरी ने जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद कर वहां की नागरिकता हासिल कर ली है.

By Kaushal Kishor | June 26, 2020 6:12 PM

दरभंगा : जिले के हायाघाट प्रखंड के मझौलिया निवासी देवकांत चौधरी अपने बेटे के जम्मू-कश्मीर का निवासी बनने पर काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि आज फिर एक बार उनके बेटे ने देश में अपना नाम रोशन किया है. मालूम हो कि दरभंगा के हायाघाट प्रखंड के मझौलिया निवासी देवकांत चौधरी और वैदेही चौधरी के बेटे 1994 बैच के आईएएस नवीन चौधरी ने जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद कर वहां की नागरिकता हासिल कर ली है.

आईएएस नवीन चौधरी करीब पिछले 26 वर्षों से जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवा दे रहे हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा मझौलिया के बुनियादी विद्यालय में ही हुई. उन्होंने दसवीं की परीक्षा आनंदपुर के ललितेश्वर मधुसूदन उच्च विद्यालय से पास की. उसके बाद राजधानी आकर पटना यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र से स्नातक प्रतिष्ठा की डिग्री हासिल की.

Ias नवीन चौधरी को j&k का डोमिसाइल मिलने पर बोले पिता देवकांत चौधरी- बेटे ने एक बार फिर देश में नाम किया रोशन 2

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आईएएस बनने का सपना लेकर तैयारी के लिए दिल्ली चले गये. नवीन चौधरी के पिता देवकांत चौधरी ने बताया कि उन्होंने 26 वर्ष की उम्र में ही आईएएस एक्जाम क्लियर कर लिया था. वह 1994 बैच के आईएएस हैं. नवीन चौधरी अपने चार भाइयों और एक बहन में सबसे ज्येष्ठ हैं. उनकी पत्नी अनीता चौधरी और उनके दो पुत्र आयुष और हर्षवर्धन उनके साथ ही जम्मू-कश्मीर में रहते हैं. दोनों बच्चों की पढ़ाई वहीं हो रही है.

नवीन चौधरी के पिता और मां वैदेही चौधरी अपने बेटे की उन्नति का समाचार सुन कर काफी खुश हैं. उन्होंने हर्ष जताते हुए बताया कि आज उनके बेटे ने एक बार फिर देश में अपना नाम रोशन किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज अनुच्छेद 370 हटने के कारण ही मेरे बेटे ने जम्मू-कश्मीर की नागरिकता हासिल की और वहां अपना जमीन खरीदा. उनके बेटे लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में कार्यरत हैं. गांव में खुशी का माहौल है.

इनपुट : हायाघाट से शिवनाथ चौधरी

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