Darbhanga News: 20 लाख के जेवरात व एक करोड़ कैश बन गया किन्नर से महिला बनी सोनी के जान का दुश्मन
Darbhanga News:माधोपुर निवासी महेश मिश्र के 27 वर्षीय पुत्र भारतेन्दु कुमार से देहरादून की रहने वाली 45 वर्षीय किन्नर से महिला बनी सोनी की शादी के बाद हत्या की आशंका सच साबित हुई.
Darbhanga News: हनुमाननगर. मोरो थाना क्षेत्र के माधोपुर निवासी महेश मिश्र के 27 वर्षीय पुत्र भारतेन्दु कुमार से देहरादून की रहने वाली 45 वर्षीय किन्नर से महिला बनी सोनी की शादी के बाद हत्या की आशंका सच साबित हुई. समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र में रसलपुर बघला गांव में बागमती नदी में गत दो मई को मिले अज्ञात शव की पहचान सोनी के रूप में उसके परिजनों ने मंगलवार को की. बता दें कि शव मिलने का स्थान सोनी के ससुराल से मात्र एक किमी की दूरी पर है. बागमती नदी के बाएं भाग में सोनी का ससुराल है और शव मिलने का स्थान एक किमी आगे नदी के दाएं भाग में है. चकमेहसी थानाध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने बताया कि परिजनों द्वारा शव की पहचान फोटो, वीडियो, हाथ के टैटू, अंगुली के रिंग, हाथ के बैंगल आदि से हो सकी. मामले में यूडी केस 4/25 को हत्या में बदला जाता, लेकिन सोनी की बहन दशनी देवी ने उसके ससुराल के थाना मोरो मे कांड संख्या 49/25 दर्ज करा रखा है. इसमें सोनी के पति, देवर, सास, ससुर, देवरानी समेत आसपास के अन्य लोगों द्वारा सोनी की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने की आशंका जाहिर की है. साथ ही सोनी के 20 लाख के गहने व करीब एक करोड़ नकद हड़पने की बात कही है. उसी मामले में अब हत्या का केस चलेगा. इधर, मोरो थानाध्यक्ष पायल भारती ने बताया कि मामले की जांच हत्या की दृष्टि से भी जांच अधिकारी अभिषेक कुमार कर रहे थे. लाश की पहचान के बाद सोनी के पति व ससुराल वालों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जायेगी. बतादें कि सोनी मूल रूप से नेपाल के सिरहा जिले की रहने वाली थी. वह जन्म से ही किन्नर (मंगलामुखी) थी. 20 वर्ष की आयु में वह देहरादून चली गयी. वहीं 27 वर्षीय भारतेंदु उसके किन्नर ग्रुप का कार चलाता था. दोनों संपर्क में आ गये. वह चिकित्सीय सर्जरी कराकर 2021 में महिला बन गयी. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली. पति-पत्नी के रूप में गांव आ गये. यहां घरवालों के दबाव में चार मार्च 2025 को नोटरी शपथ पत्र के माध्यम से शादी की. भारतेंदु का परिवार मध्यमवर्गीय गरीब परिवार था. उसका भाई भी ड्राइवरी करता था. बताया जाता है कि सोनी से शादी के बाद अचानक परिवार के दिन बदलने लगे. भाई सुभाष के नाम पर नकद में स्कॉर्पियो खरीदी गयी. ग्रामीणों के अनुसार एक से दो बीघा जमीन भी खरीदी गयी. जीर्ण-शीर्ण पुराने मकान की जगह नये मकान भी बनने लगे. मकान छज्जे तक बनकर तैयार है. आस-पड़ोस के लोगों के अनुसार अप्रैल के अंतिम सप्ताह में पति-पत्नी में तीखी नोक-झोंक सुनाई पड़ती थी. 30 अप्रैल के बाद सोनी को पड़ोसवालों ने नहीं देखा. दरअसल सोनी अप्रैल के पहले सप्ताह में पति के साथ अपने पैतृक घर होकर आयी थी. बहन से वादा किया था कि 12 मई से उसके जिले में होनेवाले भागवत कथा यज्ञ में आयेगी. भागवत कथा में सोनी के नहीं पहुंचने पर बहन ने फोन किया तो फोन बंद मिला. कई दिनों तक फोन बंद मिलता रहा. इस पर आशंका के बीच गत 25 मई को सोनी की बहन दशनी देवी अपने परिजनों के साथ सोनी के ससुराल पहुंची. वहां कथिततौर पर सोनी के पति व ससुराल वालों ने उसके साथ गाली-गलौज एवं बदसलूकी कर भगा दिया. फिर वह मोरो थाना पहुंची. भारतेंदु के पिता ने अपने पुत्र एवं बहू के लापता होने की बात कहते हुए 15 दिनों के भीतर दोनों को पुलिस के समक्ष करने की बात कही. यहीं पर बहन को शंका हुई कि जब भारतेन्दु घर पर है तो सोनी के साथ उसके लापता होने की बात उसके पिता क्यों कर रहे हैं. उसने हत्या कर शव ठिकाने लगाने एवं रुपये व जेवर हड़पने का केस करना चाहा, तो पांच दिनों तक थाना का चक्कर लगाने के बाद प्राथमिकी तीन जून को दर्ज की गयी. पुलिस कहती थी कि लड़के के पिता ने 15 दिन का समय लिया है, तो प्राथमिकी क्यों दर्ज करना चाहती हैं. दशनी देवी जिद पर अड़ी रही तब प्राथमिकी दर्ज तो हुई लेकिन कोई सार्थक कार्रवाई नहीं हुई. इस बीच गत दो मई को चकमेहसी थाना क्षेत्र में मिली अज्ञात महिला की लाश सोनी के होने की संभावना संबंधी खबर छपने के बाद पुलिस ने परिजनों से शिनाख्त करायी तो दशनी देवी की आशंका सच साबित हुई. उसकी बहन की हत्या कर हाथ-पैर बांध पॉलीथिन में पैक कर बागमती नदी में बहा दिया गया था. अब सबकी नजर पुलिस पर है कि मोरो थाना की पुलिस कब तक हत्यारोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है.
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