Darbhanga News: जानलेवा बने अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम, सील करने के बाद फिर से चालू हो जाते अस्पताल
Darbhanga News:स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की उदासीनता के कारण बेनीपुर अवैध नर्सिंग होम संचालकों का सुरक्षित जोन बन गया है.
Darbhanga News: बेनीपुर. स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की उदासीनता के कारण बेनीपुर अवैध नर्सिंग होम संचालकों का सुरक्षित जोन बन गया है. यहां चिकित्सा के नाम पर ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले मरीजों का आर्थिक शोषण तो हो ही रहा है, साथ ही कई मरीजों को इन अवैध नर्सिंग होम में चिकित्सक व संसाधन के अभाव में अपनी जान भी गंवानी पड़ रही है. इन अस्पतालों के आगे बड़े-बड़े चिकित्सकों की लंबी सूची वाले बोर्ड जरूर लटके रहते हैं, लेकिन अंदर चिकित्सक का कोई अता-पता नहीं रहता. इसका ताजा उदाहरण मुख्यालय स्थित चल रहा आशीर्वाद नर्सिंग होम है. यहां सोमवार की रात जकौली निवासी 22 वर्षीया प्रसूता महिला को चिकित्सक के अभाव में अपनी जान गंवानी पड़ी. हालांकि बेनीपुर में चल रहे अवैध नर्सिंग होम संचालकों पर नकेल कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई बार छापेमारी की गयी. इस दौरान नर्सिंग होम सील भी किये गये, लेकिन कुछ दिन बाद ही पुन: एक-एक कर ऐसे अस्पताल संचालित होते चले गये. विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई को याद करें तो, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव व तत्कालीन सीएस के निर्देश पर 11 अगस्त 2022, 09 अगस्त 2023, 09 सितंबर 2023 व 09 अगस्त 2024 को तत्कालीन पीएचसी प्रभारी के नेतृत्व में इस तरह के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी की गयी थी. इस दौरान आशीर्वाद नर्सिंग होम सहित आरोग्य निकेतन, न्यू आशीर्वाद, सबेरा सर्जिकल, आशा हॉस्पिटल, सिटी ऑर्थो सेंटर, कुंती ऑर्थो सेंटर, करुणा हॉस्पिटल, जेपी हेल्थ केयर सेंटर आशापुर, इरा हॉस्पिटल आशापुर को तत्काल सील कर दिया गया था. इसमें सिर्फ आशीर्वाद अस्पताल को चार बार सील किया गया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर धरातल पर लोगों को परिणाम शून्य दिखा. इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ कुमारी भारती ने कहा कि सीएस के आदेश पर पूर्व में कार्रवाई की गयी थी. पुनः आदेश मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
