सरकारी उपेक्षा का शिकार बना दरभंगा एयरपोर्ट, कमाई के मामले में नौ पायदान नीचे लुढ़का

दरभंगा एयरपोर्ट सरकारी उपेक्षा का शिकार हो गया है. सरकारी उदासीनता के कारण देश में सबसे तेजी से बढ़ रहा एयरपोर्ट कमाई के मामले में 7 पायदान नीचे गिर गया है. ऐसा तब हुआ है जब यहां यात्राा करनेवाले इन तीन माह में 22 हजार से अधिक यात्रियों को अपनइ यात्रा रद्द करनी पड़ी है.

By Ashish Jha | March 22, 2024 7:57 AM

दरभंगा, अजय कुमार मिश्र. चार साल पहले आठ नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत शुरू दरभंगा एयरपोर्ट पिछले साल के मुकाबले कमाई के मामले में नौ पायदान नीचे लुढक गया है. दरभंगा हवाई अड्डा देश स्तर पर इस मामले में 15वें स्थान पर रहा. साल 2022 में दरभंगा हवाई अड्डा छठे पोजीशन पर था. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट से यह आंकड़ा सामने आया है. पिछले रिकॉर्ड को देखें तो सीमित संसाधन के बावजूद यह हवाई अड्डा पैसेंजरों के मामले में अन्य को पीछे छोड़ चुका था. कमाई के मामले में पिछले साल तक यह लगातार उपर उठ रहा था.

उपेक्षा का शिकार हुआ दरभंगा

इस बीच विभागीय उदासीनता के कारण पैसेंजरों की संख्या लगातार कमती जा रही है. इसका प्रमुख वजह एयरलांइस की ओर से विमानों की संख्या का कम किया जाना बताया जा रहा है. अधिक किराया, जहाजों की लेटलतीफी तथा बुनियादी सुविधाओं का अभाव, पैसेंजरों को यहां से दूर करता जा रहा है. लगातार सरकारी उपेक्षा के कारण देश में सबसे तेज गति से बढ़नेवाले इस एयरपोर्ट विदित हो कि एएआइ की ओर से पूरे देश में 124 हवाई अड्डे संचालित किये जा रहे हैं.

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2022 में 210 करोड़ रुपये का हुआ था प्रॉफिट

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से प्रत्येक वर्ष विभिन्न मामलों में देश के सभी एयरपोर्ट के प्रदर्शन का आंकड़ा जारी किया जाता है. इसके तहत 2022 में दरभंगा हवाई अड्डा से 210 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था. पिछले साल 2023 में इसमें काफी कमी आयी है. आंकड़ा सिमटकर 1.1 करोड़ पर आ गया है. सबसे अधिक प्रॉफिट 482.3 करोड़ रूपया कोलकाता एयरपोर्ट को हुआ है.

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