Darbhanga News: अंजान लिंक डाउनलोड करते ही खाली हो जा रहा बैंक खाता

Darbhanga News:किसी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये या किसी व्हाट्सएप ग्रुप पर आये लिंक को आप डाउनलोड करते हैं, तो बैंक खाता खाली हो सकता है.

By PRABHAT KUMAR | October 29, 2025 9:54 PM

Darbhanga News: दरभंगा. किसी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये या किसी व्हाट्सएप ग्रुप पर आये लिंक को आप डाउनलोड करते हैं, तो बैंक खाता खाली हो सकता है. लिंक को डाउनलोड करते ही साइबर अपराधी, मोबाइल को हैक कर खाता से राशि को उड़ा सकता है. हाल के दिनों में साइबर अपराधी द्वारा मोबाइल हैक कर राशि उड़ाने की जिले में कई घटना सामने आयी है. लहेरियासराय थाना क्षेत्र के सैदनगर निवासी एक व्यक्ति के साथ भी हुई. साइबर अपराधियों ने उसके मोबाइल काे हैक कर 30 हजार रुपये उड़ा लिये. मिर्जापुर मोहल्ला के एक इलेक्ट्रॉनिक व्यवसायी ने कंपनी के मिलते जुलते नाम से भेजे गये लिंक को डाउनलोड कर लिया. जबतक गलती समझ आती, हैंकर उनके खाते से 60 हजार रुपये निकाल चुके थे. मामले को लेकर उन्होंने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. केवटी प्रखंड में संचालित एक व्हाट्सएप ग्रुप पर किसी सदस्य ने एक लिंक शेयर किया. माधोपट्टी पंचायत का एक व्यक्ति लिंक डाउनलोड करने का प्रयास कर रहा था. इसी क्रम में आभास हुआ कि मोबाइल उनकी मर्जी से संचालित नहीं हो रहा. भागा-भागा वह मोबाइल के एक जानकार के पास पहुंचा. जानकार ने मोबाइल बंद कर लुटने से बचा लिया. इसी तरह की घटनायें लगातार प्रकाश में आ रही है. बैंकों तथा नामी कंपनियों के मिलते- जुलते नाम से भेजे गये लिंक को सही मान जैसे ही लोग उसे डाउनलोड करते हैं, खाता खाली हो जाता है.

संबंधित थाना में दर्ज होता एक लाख से कम की ठगी का मामला

पुलिस विभाग के अनुसार यदि साइबर अपराधी खाता से एक लाख से अधिक की राशि उड़ा लेता है, तो मामला साइबर थाना में दर्ज होगा. एक लाख से कम वाले मामले, संबंधित थाना में दर्ज किये जायेंगे. ऑनलाइन धोखाधड़ी या साइबर क्राइम के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

इस साल अभी तक साइबर थाना में दर्ज हुए 66 मामले

इस वर्ष अभी तक दरभंगा साइबर थाना में 66 मामले दर्ज किये गये हैं. इसके अलावा ऑनलाइन धोखाधड़ी या साइबर क्राइम के दर्जनों मामले पीड़ितों ने संबंधित थाने में दर्ज किये हैं. कई लोगों की शिकायत है कि हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराने के बाद थाना में मामला दर्ज कर लिया जाता है. मोबाइल पर मैसेज भी आता है कि इतनी राशि होल्ड कर ली गयी है. इसके बाद संबंधित थाना का सहयोग नहीं मिलता है और होल्ड की गयी राशि वापस नहीं हो पाती है.

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