दरभंगा एयरपोर्ट तक के लिए बनेगा 4-लेन रोड, संजय झा ने नितिन गडकरी को लिखा पत्र
Darbhanga Airport News: JDU नेता संजय झा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एन्क्लेव को NH-27 से जोड़ने के लिए 4-लेन सड़क, ट्रम्पेट इंटरचेंज और अंडरपास बनाने की मांग की है ताकि ट्रैफिक सुचारु हो और क्षेत्रीय विकास को गति मिले.
Darbhanga Airport 4-Lane Road: जदयू के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय झा ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखकर दरभंगा एयरपोर्ट को बेहतर सड़क सुविधा देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि दरभंगा हवाई अड्डे पर बने नए सिविल एन्क्लेव को एनएच-27 से जोड़ने के लिए बिना रुकावट वाली और सुरक्षित 4-लेन सड़क बेहद जरूरी है.
संजय झा ने पत्र में क्या लिखा ?
संजय झा ने पत्र में बताया कि मिथिलांचल और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग दरभंगा एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं. यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन मौजूदा सड़क व्यवस्था अब पर्याप्त नहीं रह गई है. इसकी वजह से अक्सर जाम लगता है, सुरक्षा की परेशानी होती है और यात्रियों को देर का सामना करना पड़ता है.
4-लेन कनेक्टिविटी जरूरी
उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार में दरभंगा एयरपोर्ट एक अहम और तेजी से उभरता हुआ हवाई केंद्र बन रहा है. आने वाले समय में यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी. ऐसे में NH-27 पर ट्रम्पेट इंटरचेंज और अंडरपास बनाकर एयरपोर्ट तक सीधी 4-लेन कनेक्टिविटी देना जरूरी है. इससे आने-जाने में आसानी होगी, ट्रैफिक का दबाव कम होगा और पूरे इलाके के विकास को भी रफ्तार मिलेगी.
एनुअल एक्शन प्लान में शामिल हो प्रोजेक्ट
संजय झा ने यह भी बताया कि NHAI के अनुसार यह योजना अभी एनुअल एक्शन प्लान में शामिल नहीं है. उन्होंने आग्रह किया कि इसे प्राथमिकता देते हुए मौजूदा योजना में शामिल किया जाए ताकि नए सिविल एन्क्लेव को 4-लेन सड़क से जोड़ा जा सके और उड़ान योजना के लक्ष्य पूरे हो सकें.
सोशल मीडिया पर शेयर किया पत्र
उन्होंने यह पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी शेयर किया. पोस्ट में लिखा कि इस सड़क कनेक्टिविटी से दरभंगा एयरपोर्ट तक सुचारु आवागमन होगा और बेहतर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के जरिए क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी.
इंटरनेशल एयरपोर्ट बन सकता है
दरभंगा एयरपोर्ट NH-27 के पास है. यहां से नवंबर 2020 से रेगुलर उड़ानें शुरू हुई थीं. यह एयरपोर्ट मिथिला क्षेत्र के लिए बड़ी सुविधा साबित हो रहा है और भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की भी योजना है.
