Darbhanga News: कैंसर अस्पताल में 2498 लोगों की हुई जांच में 257 निकले सस्पेक्टेड केस

Darbhanga News: पिछले छह माह के भीतर कैंसर की रोकथाम और प्रारंभिक पहचान को लेकर चलाये जा रहे स्क्रीनिंग अभियान के तहत अब तक 2498 लोगों की जांच की गयी है.

By PRABHAT KUMAR | August 10, 2025 10:51 PM

Darbhanga News: दरभंगा. गंगवाड़ा स्थित कैंसर अस्पताल में पिछले छह माह के भीतर कैंसर की रोकथाम और प्रारंभिक पहचान को लेकर चलाये जा रहे स्क्रीनिंग अभियान के तहत अब तक 2498 लोगों की जांच की गयी है. इसमें 1877 महिलाएं और 621 पुरुष शामिल हैं. जांच के दौरान 257 लोगों को कैंसर सस्पेक्टेड पाया गया. इसके तहत ओरल कैंसर के 190, ब्रेस्ट के 27, सर्वाइकल के 10 व अन्य मामले में 30 संदिग्ध पाये गये. वहीं 257 सस्पेक्टेड में कुल 19 लोगों में कैंसर की पुष्टि की गयी, जिसमें छह ओरल, ब्रेस्ट के सात व अन्य मामलों में छह मरीज की पहचान की गयी. यह आंकड़ा गत 23 जनवरी से 31 जुलाई तक का है.

कैंसर कारक पर्यावरण व जीवन शैली

चिकित्सकों के अनुसार तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से फेफड़ा, मुंह और गले के कैंसर की आशंका बढ़ जाती है. वहीं अत्यधिक शराब के सेवन से लीवर, मुंह और ग्रासनली का कैंसर हो सकता है. प्रोसेस्ड मांस, उच्च वसा और कम फाइबर युक्त आहार से कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. इसके अलावा पराबैंगनी किरणें और रेडियोएक्टिव जोखिम से त्वचा और अन्य कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

दिखे असामान्य लक्षण, तो तुरंत चिकित्सक से लें सलाह

अस्पताल प्रशासन ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की जांच पर विशेष जोर दिया गया, जबकि पुरुषों में मुख, गला और फेफड़े के कैंसर से जुड़े परीक्षण अधिक किये गये. बताया कि आने वाले समय में जांच की गति और तेज की जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके. प्रबंधन की ओर से लोगों से अपील की गयी है कि किसी भी प्रकार का असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें. नियमित जांच कराएं. डॉक्टरों का कहना है कि शुरुआती जांच में ही कैंसर के लक्षण सामने आ जाने से मरीज के ठीक होने की संभावना काफी बढ़ जाती है.

अस्पताल में इंडोर सेवा का इंतजार

23 जनवरी 2025 को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कैंसर अस्पताल का उद्घाटन किया था. इसमें कैंसर मरीजों के लिए दो सौ बेड लगाये गये हैं. इसमें मरीजों के लिए पैथोलॉजी जांच, कीमोथेरेपी, दवा की आपूर्ति आदि सुविधा मुहैया कराने की बात कही जा रही है. वहीं कैंसर मरीजों को लंबे उपचार के लिये इंडोर शुरू करना बाकी है. फिलहाल अस्पताल में कैंसर मरीजों के बेसिक ट्रीटमेंट किये जा रहे हैं.

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