मिशन – 2019 : दरभंगा लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव होगा दिलचस्प, एनडीए और महागठबंधन में टिकट के हैं कई दावेदार

पटना : दरभंगा लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव दिलचस्प होगा. एनडीए के भीतर सीटों के बंटवारे में इस बार दरभंगा की सीट जदयू के पास चली गयी है. सूत्रों के मुताबिक जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा यहां से एनडीए के उम्मीदवार होंगे. भाजपा के टिकट पर 2014 में सांसद बने कीर्ति आजाद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 12, 2019 3:06 AM

पटना : दरभंगा लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव दिलचस्प होगा. एनडीए के भीतर सीटों के बंटवारे में इस बार दरभंगा की सीट जदयू के पास चली गयी है. सूत्रों के मुताबिक जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा यहां से एनडीए के उम्मीदवार होंगे. भाजपा के टिकट पर 2014 में सांसद बने कीर्ति आजाद को दल ने निलंबित कर दिया गया है. कीर्ति आजाद कांग्रेस की राह देख रहे हैं.

दूसरी ओर विकासशील इंसान पार्टी का गठन कर सन आॅफ मल्लाह के नाम से चर्चित मुकेश सहनी महागठबंधन में शामिल होकर दरभंगा की सीट पर अपना दावा किया है. इस बार राजद की जगह दरभंगा से मुकेश सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं. 15 जनवरी के बाद कभी भी दोनों गठबंधनों की ओर से सीट और प्रत्याशी के नाम की घाेषणा की जा सकती है.
दरभंगा की सीट पर भाजपा और राजद की मजबूत दखल रही है. पिछले दो चुनावों में भाजपा लगातार राजद को पटखनी देती आयी है. इसके पहले माय समीकरण के दम पर राजद के मोहम्म्द अली अशरफ फातमी भी यहां से चुनाव जीतते रहे हैं.
इस सीट में शामिल हैं छह विस क्षेत्र
दरभंगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में दरभंगा नगर, बहादुरपुर, दरभंगा ग्रामीण, अलीनगर, बेनीपुर व गौड़ा बौराम विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. 2014 में भाजपा प्रत्याशी (अब निलंबित) कीर्ति आजाद ने राजद प्रत्याशी अली अशरफ फातमी को 46453 मतों से मात दी थी. कीर्ति आजाद को दो लाख 39 हजार 268 व राजद प्रत्याशी अली अशरफ फातमी को एक लाख 92 हजार 815 मत मिले थे.
एक लाख चार हजार 494 मत लाकर जदयू के संजय झा तीसरे स्थान पर रहे. इससे पहले साल 2009 में कीर्ति आजाद ने अली अशरफ फातमी को 46 हजार 442 मतों से पराजित किया था. जबकि, वर्ष 2004 में राजद उम्मीदवार अली अशरफ फातमी ने कीर्ति आजाद को एक लाख 43 हजार 463 मतों से हराया था.
फातमी को कुल 4 लाख 27 हजार 632 मत हासिल हुए थे. कीर्ति आजाद को दो लाख 28 हजार 420 मत मिले थे. इससे पूर्व 1999 में कीर्ति आजाद ने राजद प्रत्याशी फातमी को पराजित किया था.
कांगेस से चुनाव लड़ सकते हैं कीर्ति आजाद
इस बार लोकसभा टिकट की दौड़ में एनडीए तथा महागठबंधन से करीब आधे दर्जन नेता शामिल बताये जा रहे हैं. भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद के कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने, राजद से अली अशरफ फातमी व वीआइपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी तथा एनडीए से जदयू नेता संजय झा और भाजपा के पूर्व विधायक गोपालजी ठाकुर के नाम समर्थकों द्वारा उछाले जा रहे हैं.

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