Bihar: तीन महिलाएं, तीन सपने, एक योजना, CM नीतीश की मदद ने बदली जिंदगी
Bihar: बिहार के विकास में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने ख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत की. इस योजना का लाभ अब जमीन पर भी दिख रहा है. रोहतास से लेकर किशनगंज तक महिलाओं ने बताया कि कैसे मुख्यमंत्री की इस एक योजना ने उनकी जिंदगी को आसान बनाया है.
Bihar: बिहार की महिलाएं अब अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं, और उनकी यह सफलता मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के सशक्त समर्थन से संभव हो पाई है. अरवल की उमा रानी, किशनगंज की रोजी बेगम, और रोहतास की पूनम कंवर जैसे अनगिनत उदाहरण इस योजना की ताकत और प्रभाव का परिचय देते हैं. जहां एक तरफ यह योजना उन्हें आर्थिक आज़ादी दे रही है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक सम्मान और आत्मसम्मान का एक नया अध्याय भी लिख रही है.
अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा दूंगी: उमा रानी
“मेरी एक बेटी है जो पढ़ाई कर रही है. महिला रोजगार योजना की मदद से मैं न केवल अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा दूंगी बल्कि आसपास की महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ूंगी.” – यह कहना है अरवल जिले की 39 वर्षीय उमा रानी का, जो 2021 से नर्सरी और कृषि का व्यवसाय कर रही हैं. उमा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताते हुए कहती हैं कि इस योजना से उन्हें आर्थिक मजबूती मिलेगी और आने वाले समय में उनकी आय में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी.
अब मजदूरी नहीं, खुद की दुकान: रोजी बेगम
“अब हमें मजदूरी पर निर्भर नहीं रहना होगा. दुकान खोलकर परिवार की स्थिति सुधार सकूंगी.” – ये शब्द हैं किशनगंज की रोजी बेगम के, जो लंबे समय से मजदूरी कर परिवार चला रही थीं और अब प्लास्टिक से बने सामान की दुकान खोलने की तैयारी में हैं. रोजी बेगम की कहानी भी संघर्ष और उम्मीदों से भरी हुई है. दो बेटे और दो बेटियों की मां रोजी लंबे समय से मजदूरी करके जीवन यापन कर रही हैं. उनके पति रजाई भरने का काम करते हैं, परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर रही है. इस योजना ने उन्हें बेहतर भविष्य की नई उम्मीद दी है और वह आने वाले दिनों के लिए बेहद उत्साहित नजर आ रही हैं.
सिलाई से ब्यूटी पार्लर तक का सफर: पूनम कंवर
“पार्लर से होने वाली कमाई से मैं अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा सुनिश्चित कर सकूंगी. नीतीश कुमार जी ने महिलाओं को नई ताकत देने वाला कदम उठाया है.” – यह कहना है रोहतास की पूनम कंवर का, पूनम कंवर की जिंदगी बेहद कठिन दौर से गुजरी है. 2017 में कैंसर से पति की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई. परिवार में एक बेटा और दो बेटियों की परवरिश के लिए उन्होंने जीविका से जुड़कर सिलाई-कढ़ाई का काम शुरू किया. अब महिला रोजगार योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि से पूनम ब्यूटी पार्लर खोलने का सपना देख रही हैं. और यह केवल सपना नहीं बल्कि बेहतर जीवन की गारंटी भी है.
25 लाख महिलाओं के खाते में पहुंची राशि
इन जैसी लाखों कहानियों को नई ताकत दी है बिहार सरकार की महिला रोजगार योजना ने. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 25 लाख महिलाओं के खातों में ₹10,000-10,000 की राशि ट्रांसफर की. सरकार का कहना है कि यह राशि केवल मदद भर नहीं है, बल्कि महिलाओं को स्वावलंबन और सम्मान की ओर बढ़ाने का प्रयास है. बता दें कि गत 26 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संयुक्त प्रयास से 75 लाख महिलाओं को ₹10,000-10,000 की राशि का हस्तांतरण किया गया था.
इसे भी पढ़ें: बिहार चुनाव से पहले JDU कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को मोदी सरकार में मिली बड़ी जिम्मेदारी, जारी हुआ नोटिफिकेशन
