पश्चिमी चंपारण : गांव में पहुंचा मगरमच्छ, मची भगदड़, इधर रामनगर में बाघ बार-बार बदल रहा है अपना ठिकाना

वाल्मीकिनगर (पश्चिमी चंपारण) : वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के पास चरघरिया मुहल्ले में शनिवार की अहले सुबह चार बजे मगरगच्छ पहुंच गया. सरपंच पतिराम भगत के घर के पीछे से पंडित मैनेजर तिवारी के दरवाजे तक मगरमच्छ के पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत है. इससे गांव में भगदड़ मच गयी. ग्रामीणों के हल्ला करने पर मगरमच्छ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 7, 2019 7:14 AM
वाल्मीकिनगर (पश्चिमी चंपारण) : वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के पास चरघरिया मुहल्ले में शनिवार की अहले सुबह चार बजे मगरगच्छ पहुंच गया. सरपंच पतिराम भगत के घर के पीछे से पंडित मैनेजर तिवारी के दरवाजे तक मगरमच्छ के पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत है.
इससे गांव में भगदड़ मच गयी. ग्रामीणों के हल्ला करने पर मगरमच्छ शंभु भगत, विनोद कुशवाहा के घर तक आ गया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र कार्यालय को दी. रेंजर महेश प्रसाद ने वनकर्मियों की टीम को वनपाल विजय पाठक के नेतृत्व में भेजा. घंटों मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने लगभग नौ फुट लंबे मगरमच्छ को पकड़ा. इस दौरान वनकर्मी पवन कुमार मगरमच्छ के हमले में घायल हो गया.
रामनगर :बाघ बार-बार बदल रहा है अपना ठिकाना
रामनगर : एक सप्ताह से बाघ के बार-बार ठिकाना बदलने से लोगों में भय है. बंजरिया, छंगुरही बंजरिया समेत आसपास के सरेह में बाघ को टहलते देखा जा रहा है. बुधवार की शाम बंजरिया निवासी रंजन उपाध्याय के बगीचे में आ गया था. वह गांव से बिल्कुल सटा है. उन्होंने बताया कि बाघ एक जगह नहीं रह रहा है.

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