मां बोली, भगवान अब तोहर पूजा ना करेब

नौजवान से लेकर बच्चे व बुजुर्गों को थी जयनारायण की हत्या की टीस सामाजिक सरोकार में लेता था बढ़-चढ़ कर हिस्सा मोतिहारी : शहर के कोल्हुअरवा मुहल्ला में जयनारायण ठाकुर के कोहराम मचा था. आंगन में बेसुध पड़ी उसकी मां सीता देवी, बहन इंदू देवी व किरण देवी दहार मार रो रही थी. सन्नाटे को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 26, 2017 5:41 AM

नौजवान से लेकर बच्चे व बुजुर्गों को थी जयनारायण की हत्या की टीस

सामाजिक सरोकार में लेता था बढ़-चढ़ कर हिस्सा
मोतिहारी : शहर के कोल्हुअरवा मुहल्ला में जयनारायण ठाकुर के कोहराम मचा था. आंगन में बेसुध पड़ी उसकी मां सीता देवी, बहन इंदू देवी व किरण देवी दहार मार रो रही थी. सन्नाटे को चिरती हुई उनकी चीख-पुकार हर किसी के कलेजे को भेद रही थी. उसकी हत्या की टीस नौजवान से लेकर बच्चे व बुजुर्गों को थी, क्योंकि वह समाजिक सरोकार से जुड़ा हुआ था.
हरके लोगों के दुख-सुख में बढ़-चढ़ कर मदद करता था. उसको किसी से झगड़ा की कौन कहे आजतक कहासुनी भी नहीं हुई थी.यही कारण है कि जयनारायण अपने संगठन से लेकर मुहल्लेवासियों का चहेता था. इधर छाती पीट-पीट कर दहार मार रही उसकी बहन इंदु देवी चींख-चींख लोगों के कह रही थी कि हमार जे ठाकुर के नाम बुता देहलख सन. अब हमनी के कइसे जीयब हो दा दा.
परिजनों को संतावना देने पहुंचे एक जनप्रतिनिधि को देखते ही उसकी बहन किरण देवी का गुस्सा फुट पड़ा. कहने लगी आप नेता है तो कुछ किजिए, जिले में मर्डर हो रहा है. यहां कि पुलिस कैसी है कि दिन दहाड़े अपराधी किसी बहन से उसका भाई और किसी मां से उसका लाल छीन ले रहे है. कब रूकेगा हत्या का सिलसिला. वहीं मां सीता देवी भगवान को कोस रही थी. नवरात्र पर रोज मंदिर जाकर दीया जलाने और मां दुर्गा से घर के सुख-शांति की कामना करने की बात कहते हुए रोये जा रही थी. उसने कहा कि जा हे भगवान अब कहियो तोहर पूजा ना करेब. हमार लाल के हमरा से छीन लेलह. उनके पास मौजूद मुहल्ले की औरते ढांढस बंधाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन उनके पास उन्हें संतावना देने के लिए कोई शब्द नहीं था. पिता राजदेव ठाकुर की तो कंठ ही रूंद्ध गयी थी. उन्हें ठकुआ मार दिया था. पुलिस पदाधिकारियों के पीछे-पीछे घुमकर हत्यारों को पकड़ने व इंसाफ दिलाने की गुहार लगा रहे थे.

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