buxar news : ठंड से छूट रही कंपकंपी, कोहरे ने रोकी वाहनों की रफ्तार

buxar news : बाजारों में चहल-पहल घटने से कारोबार में आयी गिरावट, अस्पतालों में जाने से कतरा रहे मरीजबाहर से आने वाले लोगों के लिए नगर परिषद ने की रैन बसेरा की व्यवस्थासदर अस्पताल व रैन बसेरा का डीएम ने किया औचक निरीक्षण, दिये निर्देश

By SHAILESH KUMAR | December 23, 2025 10:04 PM

buxar news : बक्सर. जिले में मंगलवार को सुबह से ही अत्यधिक ठंड का प्रभाव कायम रहा. सुबह से ही कोहरे का प्रभाव कायम हो गया था. वहीं माैसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही जिले में भी घना कोहरा के छाने की सूचना दी गयी थी, जिसके तहत मंगलवार को सुबह से ही घना कोहरा कायम हो गया.

वहीं, नौ बजे के बाद कोहरे की चादर काफी गहरा गयी. कोहरे का प्रभाव इतना अधिक था कि सावन महीने के फुहेरों की तरह अनुभव हुआ. इसके साथ ही जिले में ठंड का प्रभाव मंगलवार को भी जारी रहा. वहीं, मंगलवार को जिले में सूर्य की रोशनी का दीदार लोगों को नहीं हो सका. जबकि, सोमवार को जिले में सूर्य की रोशनी मिलने से मौसम के साफ होने की संभावना बनी थी. लेकिन मौसम विभाग ने मंगलवार को सुबह में घना कोहरा छाने के साथ ठंड में वृद्धि की सूचना जारी की है. ज्ञात हो कि जिले में घना कोहरा के कारण आवागमन पर भी काफी प्रभाव पड़ा. घना कोहरा के कारण फोरलेन के साथ नगर एवं जिले के सड़कों पर वाहनों का संचालन ब्रेक, लाइट एवं इंडिकेटर के सहारे हुआ. बच्चे एवं बुर्जुगों के लिए ठंड परेशानी भरा कायम हो गया है. आमजनों के लिए भी परेशानी कायम हो गयी है.

सर्वाधिक परेशानी सड़कों पर जीवन यापन करने वाले गरीबों के लिए है, जिन्हें इस ठंड में परेशानी कायम हो गयी है. वहीं प्रशासनिक स्तर पर कई जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है, जिससे राहगीरों, रात्रि में घर से बाहर रहने वाले कामगारों को ठंड से राहत मिल सके. वहीं पछुआ हवा के कारण ठंड का प्रभाव पूर्व की भांति अब भी कायम है. पछुआ हवा के कारण ठंड का प्रभाव और बढ़ने की संभावना बढ़ गयी है. ठंड के कारण मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ गयी है. हालांकि ज्यादातर मरीज ठंड को देखते हुए अस्पताल जाने से कतरा रहे हैं व स्थानीय स्तर पर ही इलाज कराने का प्रयास कर रहे हैं. रैन बसेरे में ठंड से बचने के लिए महिला एवं पुरुष सभी पहुंच रहे हैं, जहां दोनों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गयी है.

11 डिग्री न्यूनतम व 17 डिग्री रहा अधिकतम तापमान

जिले में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस एवं अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं पछुआ हवा के कारण लोगों की समस्या पूर्व की भांति बनी हुई है. वहीं मंगलवार को सूर्योदय नहीं दिखा. सुबह की शुरुआत घना कोहरा से हुआ. दिन के बढ़ने के साथ ही कोहरे के चादर का दायरा बढ़ता गया. पूरे दिन कोहरे का चादर जिले में कायम रहा. हालांकि मंगलवार को अधिकतम तापमान में 2 डिग्री गिरावट दर्ज की गयी है, जिसके कारण रात और दिन के तापमान में अंतर कम हो गया है, जिससे ठंड से फिलहाल राहत नहीं मिलता दिख रहा है. पछुआ हवा के कारण सुबह एवं शाम में तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज की गयी है.

ठंड से सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या घटी

ठंड से सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या इन दिनों घटने लगी है. सदर अस्पताल में अक्सर मरीजों की संख्या 750 से ज्यादा रहती है. लेकिन ठंड बढ़ने के साथ ही मंगलवार को घना कोहरा के कारण केवल विशेष जरूरत वाले मरीज ही सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसमें ज्यादातर जोड़ों की दर्द के साथ ही मौसमी बीमारी से संबंधित सर्दी, बुखार, जुकाम के मरीज पहुंच रहे हैं. मंगलवार को दोनों शिफ्टों में कुल 550 की संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे. इमरजेंसी वार्ड भी हमेशा मरीजों से भरा रहता था, जहां के बेड ठंड में खाली ही पाया गया.

डीएम ने चिकित्सकों का बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने का दिया निर्देश

डीएम साहिला ने सोमवार की रात में सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण का उद्देश्य अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन करना तथा आमजन को बेहतर, सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना था. निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने इमरजेंसी वार्ड, प्रसव कक्ष, शिशु वार्ड, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, दवा वितरण काउंटर, प्रयोगशाला, एक्स-रे कक्ष एवं साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. जिला पदाधिकारी ने अस्पताल परिसर में पर्याप्त साफ-सफाई कराने, मरीजों एवं उनके परिजनों की सुविधा, पेयजल, शौचालय तथा बैठने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. जिला पदाधिकारी ने चिकित्सकों, नर्सों एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की उपस्थिति की जांच की तथा मरीजों से सीधे संवाद कर उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं, दवा वितरण एवं व्यवहार संबंधी जानकारी प्राप्त की. डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सदर अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज को समय पर इलाज, आवश्यक दवाएं एवं सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि रोस्टर के अनुसार होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति करने, सभी चिकित्सकों का बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. डीपीएम जीविका के माध्यम से संचालित सभी कार्यों को और बेहतर ढंग से करने का निर्देश दिया गया. निरीक्षण के क्रम में विशेष कार्य पदाधिकारी बक्सर एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

ठंड से बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल

गर्म पानी, हर्बल टी, गुड़, अदरक, सूखे मेवे और मोटे अनाज खाएं और गर्म, परतदार कपड़े पहनें, ताकि शरीर अंदर और बाहर दोनों तरफ से सुरक्षित रहे. शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी और हर्बल चाय (जैसे अदरक, हल्दी वाली) पियें. अदरक, लहसुन, हल्दी, दालचीनी, गुड़, सूखे मेवे (बादाम, अखरोट) और बाजरा, रागी जैसे अनाज खाएं, जो शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं और इम्युनिटी बढ़ाते हैं. गर्म कोट, टोपी, दस्ताने, मोजे पहनें. जब धूप निकले, तो धूप सेंकें और हल्की एक्सरसाइज करें.

रैन बसेरा में मिल रही सुविधाओं का डीएम ने लिया जायजा

जिला पदाधिकारी साहिला के द्वारा रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण का उद्देश्य शीतकाल को ध्यान में रखते हुए रैन बसेरा में ठहरने वाले जरूरतमंद एवं बेसहारा व्यक्तियों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं की स्थिति का जायजा लेना था. निरीक्षण के दौरान डीएम ने रैन बसेरा में उपलब्ध बिस्तर, कंबल, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था तथा साफ-सफाई की व्यवस्था का विस्तार से अवलोकन किया. डीएम ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी मूलभूत सुविधाएं सुचारु रूप से उपलब्ध करायी जाएं तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त संख्या में कंबल उपलब्ध हों और किसी भी जरूरतमंद को परेशानी न हो. डीएम द्वारा लगातार रैन बसेरों का निरीक्षण किया जायेगा, जिससे जरूरतमंदों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा सके.

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