Buxar News: हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजे शिवालय

जिले में महाशिवरात्रि का त्योहार उत्सवी माहौल में भगवान शिव की आराधना के साथ मनाया गया

By Prabhat Khabar News Desk | February 26, 2025 10:13 PM

बक्सर .

जिले में महाशिवरात्रि का त्योहार उत्सवी माहौल में भगवान शिव की आराधना के साथ मनाया गया. इसपावन अवसर पर बुधवार को शिव मंदिरों में आस्था के सैलाब उमड़ गए.

शिवालयों में पहुंचकर शिव भक्त तड़के से ही कतारबद्ध हो गए और हर-हर महादेव के बीच जलाभिषेक तथा वैदिक विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन किए. शिवार्चन का सिलसिला सुबह ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हुआ तो दोपहर बाद तक जारी रहा. संध्या कालीन महा आरती की गई और प्रसाद वितरण के बाद रात्रि कालीन पूजा की गयी. देवाधिदेव को समर्पित यह पर्व उत्सवी माहौल में धूमधाम से मनाया गया. त्योहार को लेकर लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था. इस अवसर पर कई जगहों पर मेला लगे. वही शिव बारात की शोभायात्रा निकाली गई और पारंपरिक तरीके से मां पार्वती के साथ भगवान शंकर का विवाह की रस्म पूरी की गयी. शिव भक्त उपवास व्रत रखकर वैदिक विधि-विधान से मंत्रोच्चार के बीच अपने आराध्य की उपासना किये. इसको लेकर सूर्योदय से पहले ही विस्तर छोड़ स्नान आदि से निवृत्त हुए और व्रत का संकल्प लिए. इसके बाद मंदिरों में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक एवं दर्शन-पूजन किए. श्रद्धालु वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंध, चंदन, पुष्प, विल्वपत्र, धूप, दीप, नैवेद्य व फल आदि अर्पित कर षोड्सोपचार पूजन एवं रुद्राभिषेक भी किए और उनके समक्ष मत्था टेक उनकी कृपा की कामना किए. देर शाम पुष्प व पत्तियों से भगवान शिव की आकर्षक श्रृंगार किए गए और मिष्ठान्न आदि के भोग लगाकर प्रसाद वितरण किए गए.

श्री रामेश्वरनाथ मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब : सभी मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन-पूजन के लिए आस्था के सैलाब उमड़ गए थे. लेकिन रामरेखाघाट स्थित पौराणिक महत्व वाले श्री रामेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ के पिछले सभी रिकार्ड टूट गए. स्थिति यह थी कि मंदिर में तिल रखने तक की जगह नहीं थी. कतारबद्ध श्रद्धालु घंटों खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे, तब जाकर गर्भ गृह में उन्हें पूजा का मौका मिल रहा था. यही नजारा नगर के चरित्रवन स्थित आदिनाथ अखाड़ा नाथ बाबा मंदिर में भी था. इसके अलावा पंचमुखी शिव मंदिर, सोमेश्वरनाथ मंदिर, चैत्ररथ शिव मंदिर, सोहनीपट्टी स्थित गौरीशंकर मंदिर, सिविल लाइंस स्थित सिद्धनाथ मंदिर आदि पौराणिक शिवालयों के अलावा बाजार समिति रोड स्थित पतालेश्वर शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भी अर्चकों के रेला लगे रहे. इस अवसर पर पतालेश्वर शिव मंदिर में 24 अखंड शिव मंत्र कीर्तन का शुभारंभ हुआ. सोखाधाम में दूर-दराज से पहुंचे श्रद्धालु इटाढ़ी प्रखंड के कवड़ेसर स्थित सोखा धाम पर दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचे थे. जिसके चलते मंदिर बा में देर शाम तक सोखा बाबा व शिव के दर्शन-पूजन को तांता लगे रहे. इस अवसर पर वहां तीन दिवसीय मेला का आगाज भी हुआ. जिसमें कोआथ, इटाढ़ी, बक्सर व बलिया आदि जगहों से आए व्यवसायी दुकान सजाए थे. मेला में विभिन्न तरह की मिठाइयां बिक रही थी. इसके अलावा खिलौने व श्रृंगार प्रसाधन के सामानों की दुकानों से महिलाओं व बच्चों की भीड़ छंटने का नाम नहीं ले रही थी. यह मेला तीन दिनों तक चलता है. जिसमें शामिल होने के अलावा आस-पड़ोस के लोगों के अलावा उतर प्रदेश के गोरखपुर, बलिया समेत अन्य जगहों के अतिरिक्त बिहार के विभिन्न जिलों व झारखंड से भी लोग पहुंचे थे. इस अवसर पर सोखाधाम में मेला भी लगा था. पूजन-अर्चन के बाद लोग मिठाई से लेकर घरेलु सामानों तक की खरीदारी कर रहे थे. लोधास निवासी अधिवक्ता राकेश सिंह के मुताबिक कवड़ेसर में वीरभद्र सोखा बाबा का भव्य मंदिर है, जो बिहार का संभवतः एकलौता वीरभद्र मंदिर है. पौराणिक काल में दक्ष प्रजापति के द्वारा कुछ ही दूर स्थित लोधास गांव के पास यज्ञ का अनुष्ठान किया गया था. जिसमें भगवान शिव के इच्छा को नजरअंदाज कर अपने पिता की यज्ञ में पहुंची माता सीता को अपमानित महसूस होने पर यज्ञ के कुंड में भस्मीभूत होना पड़ा था. इसके बाद भगवान शिव की आज्ञा पर वीरभद्र सोखा बाबा ने पहुंचकर यज्ञ को विध्वंस कर दिया था.

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