buxar news : राजस्व महाभियान के महज 50 फीसदी आवेदन ही अब तक किये गये अपलोड
buxar news : प्राप्त 1,01,434 आवेदनों को 20 नवंबर तक करना था अपलोडअब 31 दिसंबर तक सभी आवेदनों को हर हाल में अपलोड कराने का सीओ को मिला निर्देश
buxar news : बक्सर. राजस्व महाभियान के तहत प्राप्त आवेदनों के अपलोड और निष्पादन कार्य में विभाग की रफ्तार बेहद धीमी है. जिले में इस महाभियान के दौरान कुल 1,01,434 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसे 20 नवंबर तक ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर देना था.
लेकिन विभागीय लक्ष्य के विपरीत, 12 दिसंबर तक महज 50,082 आवेदन ही अपलोड हो सके हैं, जो कुल प्राप्त आवेदनों का लगभग 50 प्रतिशत है. निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बाद भी आधे से अधिक आवेदन लंबित रह जाना राजस्व कार्यों की गंभीरता पर सवाल खड़े करता है. विभागीय सूत्रों के अनुसार 20 नवंबर तक सभी आवेदनों का अपलोड अनिवार्य था, ताकि आगे की जांच और निष्पादन की प्रक्रिया समय पर शुरू की जा सके. लेकिन अधिकांश अंचलों में अमीन और राजस्व कर्मियों की कमी, तकनीकी बाधाओं और फील्ड कार्य के अधिक दबाव के कारण अपलोड की गति काफी धीमी रही. इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने सभी अंचल अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 31 दिसंबर तक हर हाल में सौ प्रतिशत आवेदन अपलोड कर दिये जाएं.देरी पर संबंधित कर्मियों से जवाबदेही तय करने की बात भी कही जा रही है. गौरतलब है कि आवेदनों का अपलोड होना सिर्फ पहला चरण है. इसके बाद हर एक आवेदन को राजस्व कर्मचारियों द्वारा कागजों की जांच, स्थल निरीक्षण, आपत्तियों का निस्तारण और अंतिम सुनवाई की प्रक्रिया से गुजरना होता है. कई आवेदकों ने आवेदन के समय आवश्यक कागजात संलग्न नहीं किये हैं, जिसकी पूर्ति सुनवाई के दौरान करानी होगी. इस कारण कर्मचारियों पर अतिरिक्त भार बढ़ रहा है. एक-एक आवेदन की जांच में समय लगना स्वाभाविक है, लेकिन आवेदनों की संख्या बहुत अधिक होने से यह प्रक्रिया और भी चुनौतीपूर्ण बन गयी है.
31 मार्च तक करना है सभी आवेदनों का निष्पादन
विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि 31 मार्च तक सभी आवेदनों का हर हाल में निष्पादन करना है. यह लक्ष्य बड़े पैमाने पर मानवीय संसाधन और समय की मांग करता है. यदि वर्तमान गति से कार्य चलता रहा, तो तय समय सीमा में सभी फाइलों का निबटारा करना कठिन होगा. हालांकि विभाग का दावा है कि अब अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती और सघन निगरानी से काम की गति तेज की जायेगी. कई अंचलों में अधिकारियों द्वारा दैनिक समीक्षा भी शुरू कर दी गयी है. जिले के हजारों आवेदक अपनी जमीन से जुड़े मामलों के समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं. ऐसे में अपलोडिंग और निष्पादन कार्य में तेजी लाना विभाग के लिए अत्यावश्यक है. राजस्व महाभियान का उद्देश्य आम लोगों को समयबद्ध रूप से न्याय और समाधान प्रदान करना है, लेकिन धीमी प्रगति से यह उद्देश्य प्रभावित होता दिख रहा है. अब देखना यह है कि विभाग निर्धारित नयी समय सीमाओं के भीतर लक्ष्य को पूरा कर पाता है या नहीं.अब तक 51082 आवेदन किये गये हैं अपलोड
राजस्व महाभियान में कुल 101434 आवेदन प्राप्त हुए थे. इन सभी आवेदनों को 20 नवंबर तक अपलोड करना था. लेकिन आज तक 51082 आवेदन ही अपलोड किये गये हैं. विभागीय जानकारी के अनुसार 20 नवंबर तक आवेदनों के अपलोड नहीं होने के कारण 31 दिसंबर तक हर हाल में अपलोड करने के लिए सभी अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया है. साथ ही साथ सभी प्राप्त आवेदनों को हर हाल में 31 मार्च तक निष्पादित करना है. लेकिन सवाल यह है कि 12 दिसंबर तक 50 फीसदी आवेदन अपलोड किये गये हैं. अपलोड होने के बाद एक-एक आवेदन को जांच कर राजस्व कर्मचारी को सुनवाई करनी है, चाहे आवेदन करते समय जो कागजात नहीं दिये गये उसे लेकर आवेदन को निष्पादित करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
