Buxar News: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस : डीएम ने बुनियादी विद्यालय के बच्चों को खिलायी दवा

जिले के एक से 19 साल तक के बच्चों को कृमि से बचाने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया

By Prabhat Khabar News Desk | March 4, 2025 10:13 PM

बक्सर.

जिले के एक से 19 साल तक के बच्चों को कृमि से बचाने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया. इसका विधिवत शुभारंभ जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने जिला मुख्यालय स्थित बुनियादी विद्यालय में स्कूली बच्चों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर की. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए उनमें कृमि को खत्म करना जरुरी है. ये कृमि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को पूरी तरह से प्रभावित करते हैं. कई मामलों में बच्चों में एनीमिया कृमि के कारण ही देखी गई है. इसलिए यह भी कहा जा सकता है कि कृमि से मुक्ति ही बच्चों का एनीमिया से बचाव करेगा. जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस बार राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले के सभी विद्यालयों एवं ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर एक साल से अधिक एवं 19 साल आयु वर्ग तक के बच्चे एवं किशोर व किशोरियों को कृमि से मुक्ति के लिए अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी. इसके लिए जिले के 1262 सरकारी विद्यालय, 293 प्राइवेट विद्यालय एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 10 लाख 40 हजार 400 बच्चों व किशोर व किशोरियों को लक्षित किया गया है. उन्होंने बताया कि बच्चों को दवाओं का सेवन कराते हुए इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे अल्बेंडाजोल की गोली को चूर कर या चबाकर खाएं. इससे दवा गले में न अटके. साथ ही, बच्चों को दवा खिलाने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि उन्होंने पहले नाश्ता अनिवार्य रूप से किया हो. डुमरांव प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक व्यापक अभियान के तहत 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाया गया. इस प्रयास में आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय और उच्च विद्यालय सभी शामिल थे. अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कृमि संक्रमण की रोकथाम करना एवं उनके संपूर्ण शारीरिक विकास में सुधार लाना था.अभियान का संचालन पीएचसी प्रभारी डॉ आरबी प्रसाद ने किया, इस अभियान की सफलता में डुमरांव प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन का अहम योगदान रहा. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता और समय-समय पर किए जाने वाले दवा वितरण से बच्चों का समग्र स्वास्थ्य स्तर बेहतर होगा और वे स्वस्थ भविष्य की ओर अग्रसर होंगे. चक्की प्रतिनिधि के अनुसार, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर प्रखंड में एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर एल्बेंडाजोल की कृमि मुक्ति दवा मंगलवार को खिलायी गयी. इसके अलावा जो बच्चे अनुपस्थित रहने या किसी कारण बस छूट गए हैं तो उन्हें 7 मार्च को दवा खिलायी जायेगी. जानकारी देते हुए बीसीएम एंड बीएचएम प्रभार निभा कुमारी ने बताई की 1 से 5 वर्ष के बच्चों को अल्बेंडाजोल की टेबलेट आंगनबाड़ी केंद्र पर खिलायी गयी. इसके साथ ही 6 से 19 वर्ष के बच्चों को विद्यालयों में एल्बेंडाजोल की दवा खिलायी गयी. स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अंजनी कुमार ने बताया कि बच्चों में खान-पान व अस्वच्छता के कारण बच्चों के आंतों में कीड़े उत्पन्न हो जाते है. जिसके कारण बच्चे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं, इस कारण से बच्चों में खून की कमी (एनीमिया) कुपोषण से ग्रस्त हो जाते है. इसलिए कृमि मुक्ति दवा खिलाने से बच्चों के पेट में कृमि नहीं होते है. दवा खिलाने से बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास पूर्ण रूप से होता है. उन्होंने कहा कि कृमि नाशक दवा सभी बच्चों को खिलाई जानी चाहिए. उत्क्रमित उच्च विद्यालय अरक के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह, शिक्षक राजेश सिंह, मोहम्मद हकीम ने बताया कि जितने बच्चे स्कूल में आए थे सभी को दवा खिलायी गयी. आंगनबाड़ी केंद्र पर 1 से 2 वर्ष के बच्चे को आधी गोली चम्मच में चूर्ण बनाकर खिलाई गई. 6 से 19 साल के बच्चों को अल्बेंडाजोल 400 की एक गोली खिलायी गयी. केसठ प्रतिनिधि के अनुसार, विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर मंगलवार को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाई गई. इसके लिए स्कूली शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया था. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसठ में दवा का वितरण भी किया गया था. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसठ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार ने बताया कि एक से दो वर्ष तक के बच्चों का आधी गोली व तीन से 19 वर्ष तक आयु के बच्चों को एक गोली कृमि नाशक अल्बेंडाजोल दवा खिलायी गयी.

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