बक्सर: नावानगर नवोदय विद्यालय में खूनी झड़प, 15 छात्र घायल, एक की हालत गंभीर

बक्सर के नावानगर नवोदय विद्यालय में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प में 15 बच्चे घायल हो गये हैं. उनमें से तीन बच्चों को गंभीर चोटें आयी हैं. एक बच्चे की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बतायी है. अधिकतर घायल बच्चों का नवानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2023 2:16 PM

बक्सर: बक्सर के नावानगर नवोदय विद्यालय में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प में 15 बच्चे घायल हो गये हैं. उनमें से तीन बच्चों को गंभीर चोटें आयी हैं. एक बच्चे की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बतायी है. अधिकतर घायल बच्चों का नवानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. कुछ बच्चों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है. तीन बच्चे जिनकी हालत गंभीर है, उनको सदर अस्पताल रेफर किया गया है. घायल बच्चों में 10वीं और 12वीं के छात्र शामिल हैं. बताया जाता है कि दोनों गुटों में विवाद पहले से था. विद्यालय परिसर में तनाव को देखते हुए वहां पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. सदर अस्पताल में ऑन ड्यूटी इमरजेंसी में डॉक्टर निशांत चौबे ने बताया कि इलाजरत बच्चों की हालत गंभीर है. हालांकि अभी खतरे से बाहर हैं जहां इलाज किया जा रहा है.

दोनों गुटों के बच्चों ने एक दूसरे पर जमकर हमला किया

घटना के संबंध में बताया जाता है कि नवोदय विद्यालय में छात्रों के बीच विवाद शनिवार की रात इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर से लेकर लोहे की रोड और धारदार हथियार तक निकल गये. दोनों गुटों के बच्चों ने एक दूसरे पर जमकर हमला किया. इसमें दोनों गुट के लगभग 15 छात्र घायल हो गये. सभी छात्रों को पहले इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवानगर भेजा गया. गंभीर रूप से घायल तीन बच्चों को सदर अस्पताल रेफर किया गया. उनमें विपिन कुमार, सुनील कुमार और रोहित कुमार शामिल हैं. उनको इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है. विपिन कुमार का एक्स-रे और सीटी स्कैन के बाद बिगड़ती स्थिति को देखते हुए तत्काल पटना पीएमसीएच रेफर किय़ा गया है.

विवाद के कारण बच्चों को सस्पेंड किया गया था

इधर, सदर अस्पताल में नवोदय विद्यालय प्रबंधन की ओर छात्रों की देख-रेख कर रहे शिक्षक विवेकानंद भारती ने स्थानीय मीडिया को बताया कि जख्मी बच्चों को देखने की उन्हें जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने बताया कि विवाद के कारण बच्चों को सस्पेंड किया गया था. परीक्षा के दौरान उनके गार्जियन को बुलाकर बॉन्ड भरवाया गया, तब उन्हें विद्यालय में परीक्षा के लिए अनुमति दी गई थी. इसके बावजूद इन छात्रों ने अपनी आदत में सुधार नहीं किया. इसबीच 12वीं के छात्रों का कहना है कि देर रात अचानक बड़ी संख्या में 10वीं फैकल्टी के छात्रों ने अचानक हमला बोल दिया. दिन में ही खाने के वक्त इसकी लिखित शिकायत भी प्रिंसिपल से की गयी थी, लेकिन प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया. विद्यालय प्रशासन स्थिति नियंत्रित करने में जुट गया है. मुख्य गेट से लेकर पूरे विद्यालय परिसर में पुलिस कैंप कर रही है.

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