buxar news : एक तरफ बन रही, तो दूसरी ओर उखड़ रही नैनीजोर सड़क
buxar news : लोग भ्रष्टाचार का लगा रहे आरोप
buxar news : ब्रह्मपुर. सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए भले ही बड़े-बड़े वादे किये जाते हों, लेकिन धरातल पर सरकार के जिम्मेदार अफसर व ठेकेदार मिलीभगत कर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे हैं.
प्रखंड के एनएच 922 से नैनीजोर तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से 24.63 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण कार्य हो रहा है. लेकिन अभी ये सड़क बनकर लगभग 12 किमी ही पहुंची है कि एक सप्ताह में ही सड़क जगह-जगह से टूट गयी अथवा रोड पर बिछाई गयी बजरी उखड़ने से पहले की तरह ही रोड पर गड्ढे बन गये हैं. इससे लोगों में रोष व्याप्त है. सरकार और नेता जनता को बेहतर सुख-सुविधाएं देने के कितने ही वादे क्यों न कर लें, विकास कार्यों में विभागीय अधिकारियों की अनदेखी इन दावों को पलीता लगा रही है. लोगों का आरोप है कि एक सप्ताह में ही सड़क का टूटना साबित करता है कि निर्माण कार्य में मानक के अनुसार सामग्री का प्रयोग नहीं हुआ है. सड़क निर्माण में कमीशनखोरी की आशंका भी व्यक्त की जा रही हैं. नैनीजोर सड़क निर्माण कार्य आरंभ होने से पूर्व ही क्षेत्र के विभिन्न दलों के प्रतिनिधि अपना श्रेय लेने के लिए पत्राचार भी किये थे कि हमारे प्रयास से सड़क पास कराया गया है. लेकिन बनने के साथ ही उखड़ रही सड़क पर किसी भी का ध्यान नहीं है. ऐसी स्थिति में इस नवनिर्मित सड़क के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाने में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की भी इसमें सांठगांठ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. मौजूदा स्थिति में सड़क गड्ढों में तब्दील हो रहीं हैं.कम तारकोल गिराकर बिना मानक के हो रहा निर्माण
नियम के मुताबिक सड़क निर्माण से पहले पूरी धूल मिट्टी पूरी तरह साफ की जाती है. धूल भरी सड़क पर तारकोल चिपकता नहीं है और सड़क उखड़ने लगती है. साफ करने के बाद सड़क पर गिट्टी चिपकने के लिए तारकोल गिराया जाता है. इसके बाद गर्म तारकोल में तय टेंपरेचर पर गिट्टी को पूरी तरह भूना जाता है. गिट्टी भूनने के बाद गरम तारकोल मिलाकर सड़क पर बिछाया जाता है, जिससे गिट्टी सड़क पर पूरी तरह चिपक जाती है और सड़क मजबूत रहती है. इस सड़क पर न तो मानक के अनुसार तारकोल डाला जा रहा है और न ही सफाई की जा रही है. इसके चलते सड़क चटाई की तरह से उखड़ रही है. यही नहीं नियमानुसार संबंधित इंजीनियर को साइट पर रहकर काम कराना होता है. मगर यहां इंजीनियर के साइट पर न रहने के चलते ठेकेदार मनमाने तरीके से अपना फायदा देखते काम कर रहे हैं. निर्माण कार्य में धांधली से नाराज ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है मगर अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हैं, जिसके चलते यह सड़क पूरी तरह कामचलाऊ बनायी जा रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
