युवक की मौत पर भड़के लोग, पुलिस ने भांजीं लाठियां

बक्सर/नावानगर : नावानगर थाना क्षेत्र के ब्रह्म स्थान के समीप बुधवार की सुबह ट्रक-बाइक की सीधी टक्कर में एक युवक जख्मी हो गया, जहां स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को नाजुक देखते हुए बनारस रेफर कर दिया. मगर रास्ते में ही युवक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 9, 2020 7:16 AM

बक्सर/नावानगर : नावानगर थाना क्षेत्र के ब्रह्म स्थान के समीप बुधवार की सुबह ट्रक-बाइक की सीधी टक्कर में एक युवक जख्मी हो गया, जहां स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को नाजुक देखते हुए बनारस रेफर कर दिया. मगर रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया.

घटना की सूचना मिलने के बाद नावानगर थाने की पुलिस की ओर से ट्रक नहीं पकड़े जाने पर स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गये और डुमरांव-बिक्रमगंज मुख्य मार्ग को जाम कर घंटों बवाल काटा.
गुस्साये लोग थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. हालांकि घटना की सूचना मिलते ही एसडीओ हरेंद्र कुमार, डीएसपी केके सिंह समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने में जुट गये, जब ग्रामीणों ने अधिकारियों की बात नहीं सुनी तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया और जाम हटा लिया.
मृतक रुपसागर गांव के रहने वाले छोटक महतो का पुत्र चंद्रशेखर महतो बताया जाता है. बताया जाता है कि चंद्रशेखर अपने परिवार वालों के साथ नावानगर पीएचसी में अपनी पत्नी का मंगलवार को बंध्याकरण कराया, जहां डॉक्टरों ने उसकी पत्नी की स्थिति को ठीक देखकर बुधवार की सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी.
इसके बाद चंद्रशेखर ऑटों से अपनी पत्नी और परिवार वालों को घर भेज दिया और अपने बाइक से जाने लगा. इसी बीच जैसे ही वह ब्रह्म स्थान के समीप पहुंचा, तभी मलियाबाग की तरफ से आ रहे एक ट्रक की बाइक से सीधी भिड़त हो गयी. हादसे में वह बुरी तरह से जख्मी हो गया. स्थानीय लोगों ने जख्मी चन्द्रशेखर को इलाज के लिए नावानगर पीएचसी में भर्ती कराया.
साथ ही इसकी सूचना नावानगर थाने की पुलिस को दी. वहीं डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को नाजुक देखते हुए बनारस रेफर कर दिया, जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. वहीं पुलिस के द्वारा ट्रक को नहीं पकड़ा गया और ट्रक आगे के लिए जाने दिया गया. जब ट्रक को छोड़ने की सूचना ग्रामीणों को मिली तो वे उग्र हो गये और टायर जलाकर डुमरांव-विक्रमगंज रोड को जाम कर दिया.
करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी, जिसमें कुछ लोगों को हल्की चोटें लगी हैं. डुमरांव एसडीपीओ केके सिंह, एसडीओ हरेन्द्र कुमार समेत कई लोग मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने में जुट गये. डुमरांव एसडीपीओ केके सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
नावानगर थानाध्यक्ष निलंबित
इस मामले में एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नावानगर थानाध्यक्ष जुनैद आलम को निलंबित कर दिया है. साथ ही उन्हें जल्द लाइन में हाजिरी देने का भी आदेश जारी किया है. एसपी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मामले की जांच करने का आदेश डुमरांव एसडीपीओ केके सिंह को दी है. घटना की जांच की गयी तो पता चला कि नावानगर थानाध्यक्ष जुनैद आलम ने ट्रक को छोड़ दिया है.
जांच में दोषी पाये जाने के बाद नावानगर थानाध्यक्ष जुनैद आलम को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि घटना के बाद थानाध्यक्ष द्वारा किसी तरह की कोई सूचना अधिकारियों को नहीं दी गयी. ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष की लापरवाही के खिलाफ बुधवार को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर पुलिस को फजीहत झेलनी पड़ी.

Next Article

Exit mobile version