BPSC Result: ‍‍‍बिहार में अधिकारी बन सेवा देंगे सबसे कम कद वाले विकास, उपलब्धियां जान आप भी कहेंगे वाह..

समस्तीपुर से 66वीं BPSC परीक्षा में कई लोगों ने बाजी मारी है. मगर दससिंहसराय के विकास लोगों के बीच खास चर्चा में हैं. विकास बीपीएससी पास करके अधिकारी बनने वाले सबसे कम कद के अधिकारी है. उन्होंने परीक्षा में 942 वां स्थान प्राप्त किया है. विकास वर्तमान में रिसर्च इंजीनियर हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 6, 2022 7:17 PM

66वीं बीपीएससी परीक्षा का परिणाम आ चूका है. इस परीक्षा में समस्तीपुर जिले से कई छात्रों ने बाजी मारी है. मगर दलसिंहसराय के विकास पोद्दार लोगों के बीच खास चर्चा का विषय बने हुए हैं. विकास ने परीक्षा में 942 वां स्थान प्राप्त किया है. मगर खास बात ये है कि वो बीपीएससी से अधिकारी बनकर सेवा देने वाले सबसे कम हाइट के अधिकारी होंगे. अपनी हाइट के कारण चर्चा में रहने वाले विकास वर्तमान में रिसर्च इंजीनियर हैं.

बीपीआरओ के पद पर चयनित हुए विकास

सबसे छोटी हाइट के इंजीनियर विकास ने बीपीएससी में 942 वां स्थान प्राप्त किया है. बताया जा रहा है कि उन्हें बीपीआरओ के पद पर चयनित किया गया है. इससे पहले विकास ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई एनआईटी जालंधर से की है. इसके बाद वो सी-डॉर्ट में रिसर्च इंजीनियर के रुप में काम कर रहे थे. वहीं उन्ही के कद का उनका भाई अभी आईआईटी कानपुर से एमटेक कर रहा है. विकास की सफलता पर उनके पिता दिनेश पोद्दार और मां कृष्णा देवी ने खुशी जाहिर की है.

मेहनत और लगन से पायी सफलता

विकास ने बताया कि उन्हें अपने कद को लेकर कोई खास परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. क्योंकि उन्होंने लोगों की बातों को कभी दिल से लिया नहीं. विकास ने बताया कि अगर नजर लक्ष्य पर हो तो लोग क्या कह रहे हैं. इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता है. मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. मेहनत और लगन के साथ की पढ़ाई कभी बेकार नहीं जाती है. उन्होंने कहा कि नौकरी के साथ पढ़ाई करना मुश्किल था. मगर रूटिन वर्क और अनुशासन से ये संभव हुआ है.

सृष्टि सागर बनी राजस्व पदाधिकारी

बीपीएससी की परीक्षा में मड़वा गांव निवासी डॉ. अंशु कुमार की पत्नी सृष्टि सागर ने भी सफलता हासिल की है. उन्हें राजस्व पदाधिकारी के पद पर चयनित किया गया है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत, स्वाध्याय और लगन को दिया है. इसके लिए उन्हें उनके ससुर सेवानिवृत शिक्षक धर्मराज सिंह के अलावा चिकित्सक पति डॉ. अंशु कुमार की प्रेरणा भी हमेशा मिलती रही है.

Next Article

Exit mobile version