वेतन सुधार को लेकर संघ का बड़ा प्रस्ताव
बुद्ध और महावीर की पवित्र भूमि पर आयोजित भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय चिंतन बैठक गुरुवार को सम्पन्न हो गयी.
राजगीर. बुद्ध और महावीर की पवित्र भूमि पर आयोजित भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय चिंतन बैठक गुरुवार को सम्पन्न हो गयी. देशभर के आयुध निर्माणी, एयर फोर्स, नेवी, डीआरडीओ, डीजीक्यूए, एमईएस तथा विभिन्न डिपो से जुड़े कुल 94 राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया. बैठक के अंतिम दिन आयोजित पत्रकार वार्ता में संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सिंह ने कहा कि तीन दिवसीय चिंतन-समारोह में कर्मचारियों के हितों से जुड़े वेतन, पेंशन, प्रमोशन, अनुकंपा नियुक्ति, जोखिम भत्ता, एलटीसी और महिला कर्मचारियों के मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त अवकाश जैसे कई संवेदनशील एवं आवश्यक मुद्दों पर गहरा एवं विस्तृत विचार-विमर्श हुआ. उन्होंने बताया कि ये मसले संघ की सर्वोच्च प्राथमिकता की है। बैठक में सर्वदलीय सहमति से प्रस्ताव पारित किया गया कि रक्षा मंत्रालय के अधीन सभी इकाइयों में लंबे समय से रिक्त पड़े सिविलियन पदों को शीघ्र नियमित रूप से भरा जाय. नई बहाली कॉन्ट्रैक्ट आधार पर नहीं, बल्कि स्थायी (रेगुलर) नियुक्ति के रूप में होनी चाहिए. उन्होंने सुझाव दिया कि रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं तीव्रता लायी जाय. मुकेश सिंह ने कहा कि संघ आधारिक मांगों के साथ-साथ पेंशनभोगियों की स्थितियों पर भी जोर दे रहा है. प्रस्ताव के अनुसार जब आठवाँ वेतन आयोग लागू हो जाएगा, उसी समय एक जनवरी 2026 से सभी कर्मचारियों के आधार वेतन में महंगाई भत्ता (डीए) को सम्मिलित किया जाय. इसके अलावा पेंशनभोगियों के मामले में मूल पेंशन तथा महंगाई राहत (डीआर) को जोड़कर 10 प्रतिशत अंतिम लाभ प्रदान किया जाए. उन्होंने मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को शत-प्रतिशत अनुकंपा पर स्थायी नियुक्ति देने और बोनस की वर्तमान सीलिंग 7000 को बढ़ाकर 18000 करने की मांग की है. मुकेश सिंह ने कहा कि इन सभी मांगों से संबंधित एक विस्तृत मेमोरेंडम तैयार कर शीघ्र ही संबंधित मंत्रालय और वेतन आयोग को सौंपा जाएगा. राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सबेंद्र सागर शर्मा ने कहा कि देश में तेजी से नए रोजगार सृजन की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि चिंतन शिविर के दौरान संगठन को और अधिक मजबूत, सर्वव्यापी एवं स्पर्शी बनाने की रणनीतियाँ तैयार की गई हैं, ताकि भविष्य में मजदूरों की आवाज़ अधिक संगठित रूप से उठाई जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि राजगीर की ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक पावन धरती पर यह बैठक आयोजित होना अपने आप में प्रेरणादायक रहा. राजगीर का स्वच्छ, शांत और मनोरम वातावरण प्रतिनिधियों को प्रकृति के निकट ले जाकर आत्म-मंथन और नए जोश के साथ आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है.कार्यक्रम में संघ की राष्ट्रीय साथ क्षेत्रीय व स्थानीय प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. इनमें संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय संगठन मंत्री, संरक्षक, राष्ट्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रचारक, महामंत्री सहित स्थानीय कार्यकर्ता प्रमुख थे. उनकी उपस्थिति और सक्रिय भागीदारी ने संघ की एकता व दृढ़ संकल्प को बल दिया. तीन दिनों तक चली इस बैठक में तय दिशा-निर्देश, अगली कारगुजारियों की रूपरेखा और संगठन की आगामी रणनीतियाँ तय की गयी हैं. संघ यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि देश में कार्यरत समस्त रक्षा-कर्मचारी और सहायक सिविलियन कर्मचारियों को न्यायपूर्ण, सम्मान व सुरक्षित भविष्य मिल सके. बैठक में साजन मिश्रा, हीरो हीरा लाल, मुकेश कुमार, सुधीर कुमार पटेल, राजीव कुमार, अंकित शर्मा, रोहित कुमार साहू, दिवाकर यादव उपस्थित रहे.
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