बिहार के इन शहरों में बनेंगे जैन तीर्थंकर सर्किट, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

Bihar Tourism: स्वदेश दर्शन योजना के तहत बिहार के वैशाली, आरा, पटना, राजगीर, पावापुरी, चंपापुरी तीर्थंकर सर्किट का निर्माण किया जाएगा. योजना के माध्यम से इन धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा.

By Rani Thakur | August 20, 2025 10:00 AM

Bihar Tourism: स्वदेश दर्शन योजना के तहत बिहार के वैशाली, आरा, पटना, राजगीर, पावापुरी, चंपापुरी तीर्थंकर सर्किट का निर्माण किया जाएगा. योजना के माध्यम से इन धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा. केंद्र सरकार इस सर्किट का निर्माण कराएगी.

भगवान महावीर से जुड़े धार्मिक स्थल

मिली जानकारी के अनुसार इस परियोजना पर कुल 33.96 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इनमें वैशाली में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थल, आरा में जैन धर्म से संबंधित कुछ प्राचीन स्थल, पटना में कुछ ऐतिहासिक व जैन धर्म से जुड़े कुछ स्थल, राजगीर में जैन धर्म के कई तीर्थंकरों की तपोभूमि, पावापुरी में भगवान महावीर का निर्वाण स्थल तथा चंपापुरी में जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की पंच क्ल्याणक (गर्भ, जन्म, दीक्षा, ज्ञान और मोक्ष) भूमि स्थित है.

जैन मंदिरों को पर्यटन स्थल के रूप में मिलेगा बढ़ावा

इनके अलावा ऐसे कोई तीर्थंकर नहीं हैं, जिनके पांचों कल्याणक एक ही स्थान पर हुए हों. यहां भगवान महावीर तीन बार आए थे. मिली जानकारी के अनुसार, सांसद अजय कुमार मंडल ने भागलपुर समेत बिहार के जैन मंदिरों को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए लोकसभा में प्रश्न उठाया था.

सदन में उठा था मामला

सदन में सांसद ने भागलपुर जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों चंपानगर, बूढ़ानाथ और बटेश्वर स्थान आदि मंदिरों को राष्ट्रीय पर्यटन स्थल घोषित करने के साथ ही इनके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विकास योजनाओं में शामिल करने का मामला भी उठाया था.

अनेक परियोजनाओं को मिली स्वीकृति

बता दें कि वर्तमान में पर्यटन मंत्रालय के पास भागलपुर के चंपानगर, बूढ़ानाथ एवं बटेश्वर स्थान मंदिरों के विकास के लिए कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है, लेकिन मंत्रालय की तरफ से बिहार में पर्यटन विकास संबंधी अनेक परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है.  

बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें

इतने रुपये होंगे खर्च

इनमें पटना साहिब का विकास 29.62 करोड़, अम्बिका भवानी मंदिर सारण 13.29 करोड़, वैशाली–आरा–पटना–राजगीर–पावापुरी–चंपापुरी तीर्थंकर परिपथ 33.96 करोड़, सुल्तानगंज–देवघर कांवरिया मार्ग 44.76 करोड़, बोधगया में बौद्ध ध्यान एवं अनुभव केंद्र 165.44 करोड़ जैसी कई योजनाएं शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें: बिहार में लोगों के साथ सेल्फी लेने वाले पुलिसवालों पर होगी कार्रवाई, डीजीपी ने को क्यों दिया ऐसा आदेश?