बिहार: माफिया के लिए शराब तस्करी करवा रहा सिपाही गिरफ्तार, जब्त बस को छुड़वाने में लगे पूर्व थानेदार पर भी FIR

बिहार के मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में एक बस से विदेशी शराबों का खेप ले जाया जा रहा था. जब बस को पकड़ा गया तो कई राज खुलकर सामने आए. शराब तस्करों ने ही सिपाही की भी पोल खोल दी. सिपाही को गिरफ्तार किया गया जबकि पूर्व थानेदार पर एफआइआर हुआ.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 11, 2023 7:16 AM

Bihar: मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र के सदातपुर दरभंगा मोड़ के पास एक बस से विदेशी शराब बरामदगी मामले में दारोगा उमाकांत सिंह के बयान पर नौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें सीतामढ़ी जिले के नानपुर के पूर्व थानेदार रामेश्वर उरांव, तकनीकी सेल के सिपाही अनिमेष पटेल, शराब तस्कर अनिल महतो, सकिंद्र कुमार, रामप्रवेश पटेल, प्रशांत कुमार, अजय कुमार, बस का चालक सहित अन्य को आरोपित किया गया है. वहीं दारोगा जितेंद्र कुमार सुमन की भूमिका संदिग्ध पायी गयी है. रामेश्वर उरांव वर्तमान में नगर थाना और जितेंद्र महिला थाना में पदस्थापित हैं. दोनों दारोगा का मोबाइल नंबर भी 8 मई से बंद बताया जाता है. इनके खिलाफ सीतामढ़ी एसपी को रिपोर्ट भेजी गयी है.

बस में शराब का खेप धराया

दर्ज प्राथमिकी में कांटी थाने में तैनात दारोगा उमाकांत सिंह ने बताया कि है कि वे एएलटीएफ के प्रभारी भी हैं. आठ मई को सूचना सीतामढ़ी में तैनात दारोगा जितेंद्र कुमार सुमन के मोबाइल नंबर से सूचना मिली कि दरभंगा मोड़ के पास एक यूपी नंबर की बस को कुछ असामाजिक तत्वों ने घेर लिया. जब वे पहुंचे, तो वहां कोई नहीं था. बस की छानबीन की गयी, तो पता चला कि तहखाना में शराब छिपा कर लायी गयी है. इसी बीच चार लोग वहां आये और बोले कि आप लोग यहां कैसे आ गये. तब तक पुलिस बल ने सभी को पकड़ लिया. उनकी पहचान सीतामढ़ी के नानपुर थाना के बगहा निवासी सकिंद्र कुमार, रुन्नीसैदपुर के कोदरिया निवासी रामप्रवेश पटेल, बाजपट्टी के रतवारा निवासी प्रशांत कुमार और अजय कुमार के रूप में हुई.

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तस्करों ने सिपाही को पकड़वाया..

दारोगा ने बताया कि चारों को जब गिरफ्तार कर थाने ले जाया जा रहा था, तभी रामप्रवेश ने एक व्यक्ति की तरफ इशारा कर रहा कि यह हमलोगों के साथ आया है. उसे पकड़ कर पूछताछ की गयी, तो पता चला कि वह सीतामढ़ी के तकनीकी शाखा का सिपाही अनिमेष पटेल है. उसने कहा कि उसका घर पटना है. वह गुटखा लेने उतरा था. जब अनुमति अवकाश के बारे में पूछताछ की गयी, तो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. उसे भी थाना लाया गया. पूछताछ में पता चला कि यह शराब की खेप सीतामढ़ी के माफिया अनिल महतो ने मंगायी थी. पांचों ने दो दारोगा के नाम का भी खुलासा किया. हालांकि दारोगा जितेंद्र कुमार सुमन को पहचानने से इनकार किया.

सीडीआर से खुलेगा दोनों दारोगा के संबंध का राज

कांटी पुलिस का कहना है कि दारोगा रामेश्वर उरांव व जितेंद्र कुमार सुमन की शराब तस्करों से सांठगांठ की कलई सीडीआर की जांच से खुलेगी. हालांकि जितेंद्र कुमार सुमन जब्त बस को छुड़ाने के लिए मुजफ्फरपुर पहुंच गये थे. जिससे उनकी भूमिका संदिग्ध पायी गयी है. मंगलवार को थानाध्यक्ष संजय कुमार को सूचना मिली थी कि फोरलेन के रास्ते दिल्ली से आने वाली बस से भारी मात्रा में विदेशी शराब लायी जा रही है. शराब को सीतामढ़ी ले जाने की भी सूचना थी.सूचना मिलते ही दारोगा उमाकांत सिंह और पुलिस बल ने छापेमारी की. बस के बैट्री वाले स्थान से शराब की खेप बरामद की गयी. लगभग 1523 लीटर विदेशी शराब जब्त की गयी थी.

Published By: Thakur Shaktilochan

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