Bihar News: बिहार में मॉब लिंचिंग, दो बदमाशों को ग्रामीणों ने पीट-पीट कर मार डाला, रंगदारी करने का आरोप

Bihar News, Mob lynching in Bihar: बिहार के सीतामढ़ी (Sitamarhi) जिले में ग्रामीणों ने दो युवकों की पीट-पीट कर मार डाला. आरोप है कि दोनों आए दिन रंगदारी करते थे. सोमवार को भी पिस्तौल लेकर गांव के ही एक व्यक्ति को हड़का रहे थे. घटना सोनबरसा थाना क्षेत्र के मयुरबा गांव में सोमवार सुबह घटी.

By Prabhat Khabar | December 28, 2020 6:42 PM

Bihar News: बिहार के सीतामढ़ी जिले में ग्रामीणों ने दो युवकों की पीट-पीट कर मार डाला. आरोप है कि दोनों आए दिन रंगदारी करते थे. सोमवार को भी पिस्तौल लेकर गांव के ही एक व्यक्ति को हड़का रहे थे. घटना सोनबरसा थाना क्षेत्र के मयुरबा गांव में सोमवार सुबह घटी. मृतक की पहचान जिले के सोनबरसा गांव निवासी रामश्रेष्ठ पासवान के पुत्र 25 वर्षीय पुत्र सोनू पासवान व बसंत दास के 24 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार के रूप में की गयी है.

पुलिस ने दोनों युवक का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. ग्रामीणों ने बदमाशों से बरामद एक लोडेड देशी कट्टा, एक गोली, एक मोबाइल व एक पर्स पुलिस को सौंपा है. बताया जाता है कि मयूरबा गांव में दोनों युवक अक्सर घुमने आया करते थे. इस दौरान उनकी गतिविधि संदेहास्पद रहती थी. स्थानीय लोगों को शक था कि गांव की बहु-बेटियों पर दोनों की गंदी नजर रहती है. इस कारण गांव के लोग अंदर हीं अंदर खौल रहे थे.

घटना के दिन सुबह दोनों युवक हथियार से लैस होकर मयूरबा गांव में बिना नंबर प्लेट के उजले रंग के अपाचे बाइक से पहुंचे थे. गांव में स्थानीय देवशरण राय के होमगार्ड पुत्र उपेंद्र राय की दुकान पर रूक कर गुटखा मांग कर खाने लगे. इस दौरान दुकान पर बैठे उपेंद्र के भाई वीरेंद्र से दुर्व्यवहार करने लगे. पहले से हीं दोनों युवकों के प्रति क्रोध रखने वाले स्थानीय लोगों के विरोध करने पर दोनों युवकों ने देशी पिस्तौल निकाल कर गोली मारने की धमकी देने लगे.

यह देखकर धीरे-धीरे ग्रामीणों की भीड़ बढ़ने लगी. यह देख दोनों बदमाश पिस्तौल लहराकर भागने लगे. लेकिन दोनों को प्राथमिक विद्यालय मयूरबा के पास घेर कर पकड़ लिया. भीड़ ने दोनों युवकों पर हमला बोल दिया. सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष गौरीशंकर बैठा मय सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे. आसपास से दूसरे थाना की पुलिस भी पहुंची. किसी तरह बीच-बचाव कर अधमरे हालत में दोनों युवक को स्थानीय पीएचसी लाया गया. इस बार बिहार पंचायत चुनाव के 300 से अधिक मुखिया नहीं ठोक पाएंगे चुनावी ताल, वजह जान लीजिए

जहां से रेफर करने के बाद सदर अस्पताल में दोनों युवकों को मृत घोषित कर दिया गया. मामले में पुिलस ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि दोनों युवक की गतिविधि मयूरबा गांव में संदेहास्पद थी. दबी जुबान से लोगों ने बताया है कि गांव की बहु-बेटियों पर दोनों युवक की गंदी नजर रहती थी. अक्सर वह वहां आता-जाता रहता था. हालांकि मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है.

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Posted By: Utpal kant

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